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अनिल अंबानी एक भारतीय व्यवसायी हैं। ६ अक्टूबर २००७ को उनके पास ४२ अरब अमरीकी डालर मूल्य की संपत्ति है, जिसके अनुसार वे विश्व के ६ठे सबसे धनी व्यक्ति हैं। प्रतिशत के आधार पर वे विश्व के सबसे तेज गति से प्रगति करने वाले बहु-अरब-डॉलर वाले समृद्धशाली व्यक्ति हैं क्योंकि उनकी संपत्ति १ वर्ष में तीन गुनी हो गई. अनिल अंबानी रिलायंस कैपिटल और रिलायंस कम्युनिकेशंस के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक और रिलायंस एनर्जी तथा पूर्व में रिलायंस इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड के उप अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक थे। रिलायंस इंडस्ट्रीज में उनकी व्यक्तिगत हिस्सेदारी ६६% है।
प्रारंभिक जीवन :
अनिल धीरुभाई अंबानी का जन्म 4 जून 1959 को महाराष्ट्र के मुंबई में हुआ. वे भारत के महान उद्योगपति धीरुभाई अंबानी के छोटे बेटे है और मुंबई में रहते है. मुंबई यूनिवर्सिटी के के.सी. कॉलेज से वे ग्रेजुएट हुए और पेनसिलवेनिया यूनिवर्सिटी के व्हार्टन से उन्होंने MBA की उपाधि प्राप्त की. बाद में उन्होंने पूर्व बॉलीवुड अभिनेत्री टीना मुनीम से शादी कर ली. उनके दो बेटे अनमोल और अंशुल भी है. साथ ही उनका एक बड़ा भाई मुकेश अंबानी और दो छोटी बहने दीप्ती सलगओकार और नीना कोठारी भी है.
अनिल धीरुभाई अंबानी एक भारतीय व्यवसायी और निवेशक है. वे 2005 में आये रिलायंस ग्रुप के चेयरमैन है. अनिल अंबानी रिलायंस कैपिटल और रिलायंस कम्युनिकेशन के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक और रिलायंस एनर्जी तथा पूर्व में रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के उप-अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक थे. 2014 की फ़ोर्ब्स की दुनिया के करोडपतियो की सूचि के अनुसार उनकी संपत्ति लगभग 5.9 बिलियन अमेरिकन डॉलर थी.
अनिल अंबानी बॉलीवुड में Hindi फिल्म इंडस्ट्री के एक प्रख्यात प्रोडूसर भी है. अनिल का ज्यादा से ज्यादा ध्यान मनोरंजन में होता है जिसमे मुख्य रूप से 44 FM रेडियो स्टेशन, राष्ट्रिय स्तर पर DTH व्यवसाय, एनीमेशन स्टूडियो और बहोत से मल्टीप्लेक्स भी शामिल है. उनके दो बेटे अनमोल और अंशुल भी है.
अनिल के स्वर्गीय पिता धीरूभाई अंबानी द्वारा स्थापित रिलायंस समूह भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक घराना है। उनकी माता कोकिलाबेन अंबानी है। उनका विवाह टीना मुनीम अंबानी से हुआ है जो १९८० के दशक के प्रारम्भिक समय की एक प्रसिद्ध भारतीय अभिनेत्री थी और जिनसे उन्हें दो पुत्र, जय अनमोल तथा जय अंशुल हुए। अनिल अंबानी समूह की चार फर्मों -- रिलायंस कम्युनिकेशंस (RCOM), रिलायंस कैपिटल (RCL), रिलायंस एनर्जी (REL) और रिलायंस नेचुरल रेसौरसेस लिमिटेड (RNRL) में निवेशकों की कुल संपत्ति १,४२,३८४ करोड़ रुपए तक पहुँच गई है, जबकि प्रवर्तकों की कुल अनुमानित धारिता करीब ८७,००० करोड़ रुपये हैं। अनिल की ज्यादातर संपत्ति RCOM में इनके ६५% अंशों से बनी है, जिसका बाजार मूल्य १,०३,००० करोड़ रुपये हैं।
उनके पास RCL में ५० प्रतिशत से अधिक (बाजार मूल्य २४,००० करोड़ रुपये), REL में ३५ प्रतिशत (बाजार मूल्य १२,७०० करोड़ रुपये) और RNRL में करीब ५४ प्रतिशत है, जिसका बाजार मूल्य करीब २,६०० करोड़ रुपए है। अंबानी ने मुंबई विश्वविद्यालय से विज्ञान स्नातक की उपाधि प्राप्त की है तथा पेन्सिलवेनिया विश्वविद्यालय के व्हार्टन स्कूल से एमबीए की उपाधि प्राप्त की। इन दिनों वे व्हार्टन बोर्ड ऑफ़ ओवरसीअर्स के सदस्य हैं।
अरबपति अनिल अंबानी के स्वामित्व वाली कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशंस (आरकॉम) और एयरसेल ने बुधवार को अपने वायरलेस बिजनेस के विलय की घोषणा की. इस विलय के साथ सब्सक्राइबर बेस पर देश की तीसरी बड़ी टेलीकॉम कंपनी सामने आएगी. भारतीय दूरसंचार क्षेत्र में यह अब तक का सबसे बड़ा सौदा है. आरकॉम और एयरसेल के विलय के बाद दोनों कंपनियां संयुक्त उद्यम को अपने 14,000-14,000 करोड़ रुपये कर्ज हस्तांतरित करेंगी. इससे नई कंपनी के ऊपर 28,000 करोड़ रुपये का कर्ज होगा.
इसमें स्पेक्ट्रम के 6,000 करोड़ रुपये के भुगतान का दायित्व शामिल नहीं है. इस सौदे से आरकॉम को अपना कर्ज 20,000 करोड़ रुपये कम करने में मदद मिलेगी. यह उसके कुल कर्ज का 40 प्रतिशत है. बयान के अनुसार, "आरकॉम घरेलू और वैश्विक उपक्रम खंड, डाटा केंद्रों, ऑप्टिक फाइबर तथा संबंधित दूरसंचार ढांचागत सुविधा के अलावा मूल्यवान जमीन-जायदाद में उच्च वृद्धि कारोबार को आगे बढ़ाना जारी रखेगी." एमटीएस (सिस्तेमा) की आरकॉम में 10 प्रतिशत हिस्सेदारी बनी रहेगी. नई इकाई देश में निजी क्षेत्र की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक होगी जिसके पास 65,000 करोड़ रुपये (9.7 अरब डॉलर) की संपत्ति होगी और इसका नेटवर्थ 35,000 करोड़ रुपये (5.2 अरब डॉलर) होगा.
रिलायंस ग्रुप के फाउंडर धीरूभाई अंबानी के छोटे बेटे अनिल अंबानी की लव स्टोरी किसी फ़िल्मी कहानी से कम नहीं है। 4 जून को अनिल अंबानी का जन्मदिन हैं। अनिल ने अपने जमाने की फेमस बॉलीवुड एक्ट्रेस के साथ लव मैरिज की है। 1986 में टीना मुनीम की बिजनेस टायकून अनिल अंबानी से पहली मुलाकात हुई थी। इनकी प्रेम कहानी कई मोड़ से होकर गुजरी। रिपोर्ट्स के मुताबिक अनिल ने एक मैरिज फंक्शन में पहली बार टीना को देखा था। टीना ब्लैक ड्रेस में पहुंची थीं, जो अनिल को खासी पसंद आई। इस मुलाकात का जरिया टीना का भतीजा करन बना था।
उस दौर में टीना बॉलीवुड की बड़ी स्टार थीं। टीना ने अनिल से पहली मुलाकात के समय तक रिलायंस के बारे में कुछ भी नहीं सुना था। हालांकि, टीना का कहना है कि पहली मुलाकात में अनिल उन्हें काफी पसंद आए थे। अनिल ने जब टीना के बारे में अपने परिवार को बताया तो वे इस रिश्ते के खिलाफ थे। वे नहीं चाहते थे कि कोई एक्ट्रेस उनके घर की बहू बने। फैमिली प्रेशर के चलते अनिल ने टीना से दूर होने का फैसला लिया।
रिपोर्ट्स के मुताबिक जब उन्होंने यह फैसला टीना को बताया तो, उन्होंने कोई रिएक्शन नहीं दिया। हालांकि, इससे टीना को गहरा धक्का लगा था। टीना और अनिल के बीच हुई मुलाकातों में अक्सर दोनों अपनी लोकल भाषा गुजराती में ही बात करते थे। बाद में परिवार की सहमति के बाद 1991 में अनिल और टीना की शादी हो गई।
अगले कुछ साल के दौरान रक्षा क्षेत्र अनिल अंबानी समूह के लिए सबसे बड़ा कारोबारी क्षेत्र हो सकता है। समूह के चेयरमैन अनिल अंबानी ने यहां कहा कि सैन्य बलांे के लिये समूह सालाना एक लाख करोड़ रपये के कारोबारी अवसर उपलब्ध करायेगा। अंबानी ने कहा कि समूह का ध्यान नौसेना, वायुसेना और थल सेना की आधुनिक हथियार प्लेटफार्म तथा सैन्य हार्डवेयर की जरूरत को पूरा करने के लिए प्रमुख विनिर्माता और आपूर्तिकर्ता बनने पर है।
इसके साथ ही हम वैश्विक स्तर पर कंपनी की पैठ बनाना चाहते हैं। अंबानी ने कहा कि अगले 15 साल में इस क्षेत्र मंे 15 लाख करोड़ रपये के अवसर होंगे। यानी हर साल करीब एक लाख करोड़ रपये के अवसर मिलेंगे। यह पहला मौका है जबकि अंबानी ने अपने रक्षा कारोबार के लिए विश्लेषकांे हेतु बैठक आयोजित की। उन्हांेने कहा कि आने वाले वर्षों में रक्षा कारोबार रिलायंस समूह और रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर का सबसे बड़ा कारोबार होगा।
अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस कैपिटल और जी एंटरटेनमेंट की डील पक्की हो गई है। रिलायंस जनरल एंटरटेनमेंट के टीवी कारोबार में 100 फीसदी हिस्सा जी एंटरटेनमेंट खरीदेगी। रेडियो, टीवी कारोबार बेचकर रिलायंस की 1900 करोड़ रुपये कर्ज घटाने की योजना है। इधर रिलायंस ब्रॉडकास्ट 92.7 बिग एफएम में 49 फीसदी हिस्सेदारी जी मीडिया को बेचेगी। रिलायंस की टीवी, रेडियो कारोबार की कुल एंटरप्राइस वैल्यू 1900 करोड़ रुपये है। रिलायंस ग्रुप के मालिक और मुकेश अंबानी के छोटे बेटे अनिल भले ही भाई की तरह उतनी मजबूत स्थिती में ना हो, लेकिन वो जिस घर में रहते हैं उसकी कीमत भी 5 हज़ार करोड़ रुपये है.
इस घर को भारत के सबसे महंगे घरों की लिस्ट में भी जगह मिली हुई है. भारतीय उद्योगपति अनिल अंबानी को वैश्विक शोध संस्थान अटलांटिक काउंसिल के अंतरराष्ट्रीय परामर्श बोर्ड में शामिल किया गया है। कंपनी ने एक बयान में यह जानकारी दी। बोर्ड में अंबानी के अलावा न्यूज कार्प के चेयरमैन रूपर्ट मर्डोक, स्पेन के पूर्व प्रधानमंत्री लोस मारिया अजनार, एयरबस के सीईओ थॉमस इंडर्स और आस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधानमंत्री केविन रड समेत अन्य लोग शामिल हैं।
अंबानी ने कहा, आपमें से ज्यादातर लोग 'मिशन इंपॉसिबल' जैसी फिल्म सीरीज से वाकिफ होंगे। आज हमारे पास इस तरह की सीरीज का अपना खुद का आर्थिक संस्करण है जिसके लिए हम प्रधानमंत्री नरेन्द्र भाई (मोदी) के शुक्रगुजार हैं। यहां आंध्रा पार्टनरशिप समिट में उन्होंने कहा कि भारत के पास अपनी खुद की मिशनों की सीरीज है। ये एमआई के रूप में मेक इन इंडिया, एसआई के रूप में स्किल्ड व स्टार्टअप इंडिया, डीआई के रूप में डिजिटल इंडिया और सीआई के रूप में क्लीन इंडिया है।
एक सफल व्यापारी के लिए जरूरी है कि उसे सही समय का आंकलन हो। सही वक्त में लिया गया सही फैसला झटके में बड़ी कमाई करा सकता है। अनिल अंबानी में पेटीएम के जरिए कुछ ऐसा ही करके दिखाया है। दरअसल अनिल अंबानी की पेटीएम में सिर्फ 1 प्रतिशत की हिस्सेदारी थी। जिसे उन्होने 10 करोड़ रुपये में खरीदा था। रिलांयस कैपिटल ने पेटीएम की ये हिस्सेदारी चीन के अलीबाबा ग्रुप को 275 करोड़ रुपये में बेच दिया। अनिल अंबानी की इस डील के बाद पेटीएम का मूल्यांकन 4 अरल डॉलर बैठता है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अनिल अंबानी के पास अभी भी पेटीएम की हिस्सेदारी है जो उन्होने बिना निवेश के पाई थी।
अनिल अंबानी का रिलायंस ग्रुप रक्षा क्षेत्र में उतरने की तैयारी कर रहा है। उनकी कंपनी हेलिकॉप्टर, मिसाइल सिस्टम और सबमरीन बनाने के लिए डिफेंस प्रोजेक्ट्स पाने की कोशिश में है। कंपनी के सीनियर अफसरों के मुताबिक, रिलायंस 84,000 करोड़ रुपए की एक बिड में हिस्सा ले चुकी है। हालांकि, अभी तक कंपनी को एक भी प्रोजेक्ट नहीं मिला है। रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, मोदी सरकार 'मेक इन इंडिया' प्रोग्राम के तहत डिफेंस पर काफी जोर दे रही है। यही कारण है कि अनिल धीरूभाई अंबानी ग्रुप की रक्षा क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। रिलायंस कॉम्युनिकेशंस (आरकॉम) और एयरसेल में सबसे बड़ी हिस्सेदार मलेशिया की मैक्सिस कम्युनिकेशंस बर्हाड (एमसीबी) ने अपने भारतीय वायरलेस कारोबार के विलय के लिए दस्तावेजों पर हस्ताक्षर की बुधवार को घोषणा की.
• इस विलय से यह कंपनी अब देश की चौथी सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी बन जाएगी, जिसकी संपत्ति 65,000 करोड़ रुपए से अधिक होगी. यह देश के दूरसंचार क्षेत्र में अब तक का सबसे बड़ी एकीकरण है.
• अभी आरकॉम 11 करोड़ ग्राहकों के साथ देश की चौथी और एयरसेल 8.4 करोड़ ग्राहकों के साथ पांचवीं बड़ी कंपनी है. आरकॉम की बाजार हिस्सेदारी 9.8 प्रतिशत और एसरेसल की 8.5 फीसदी है. इससे पहले, सिस्तेमा का आरकॉम में विलय हुआ था, जिसकी हिस्सेदारी 0.7 प्रतिशत थी.
• अनिल अंबानी के नेतृत्ववाले एडीएजी समूह की आरकॉम और मलेशिया की मैक्सिस कम्युनिकेशंस बेर्हाड की इस साझा इकाई में आधे-आधे की हिस्सेदारी होगी. दोनों कंपनियों की निदेशक मंडल और समितियों में समान भागीदारी होगी.
• एयरसेल का 2006 में अधिग्रहण के बाद से एमसीबी ने 35,000 करोड़ रुपए (5.2 अरब डॉलर) का निवेश एयरसेल में किया है. यह भारत में न केवल दूरसंचार क्षेत्र में बल्कि सभी क्षेत्रों में किए गए बड़े निवेशों में से एक है.
• रिलायंस एडीएजी समूह के चेयरमैन अनिल अंबानी ने कहा कि एमसीबी के साथ मिलकर हमने भारतीय दूरसंचार क्षेत्र में एकीकरण में अगुवाई की है. इससे हम खुश हैं. पहले, आरकॉम ने एसएसटीएल (सिस्तेमा एमटीएस) के वायरलेस कारोबार का अधिग्रहण और अब एयरसेल के विलय से एमसीबी के साथ हमारा 50:50 के अनुपात संयुक्त उद्यम बना है.