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अन्यवैज्ञानिकSCIENTIST

प्रदीप माथूर की जीवनी - Biography of Pradeep Mathur in hindi jivani

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नाम :प्रदीप माथूर वैज्ञानिक

जन्म दि : 17 अगस्ता 1955

ठिकाण : तेहरान, ईरान

पिता : अमूत दयाल

व्यावसाय : रसायनज्ञ


प्रारंभिक जीवनी :


        प्रदीप माथूर एक भारतीय संगठनात्माक और क्लस्टार रसायनज्ञ है | वह भारतीय प्रौघोगिकी संस्थान, इंदौर के संस्थापक निदेशक है | इतना ही नही बल्की वे भारतीय प्रौघोंगिकि संस्थान, मुम्बई के भूतपूर्व प्रोफेसर है | प्रोफेसर माथूर का जन्म 17 अगस्ता 1955 मे तेहरान, ईरान मे हुआ है | उनके पीता का नाम अमूत दयाल और माता का नाम दमयंती है |


        उनके पीता अमूत दयाल लंदन और ACCRA मे भारतीय उच्चयोग मे एक वरिष्ठा राजनयिक अधिकारी के रुप मे काम करते थे | प्रदीप माथूर ने सन 1976 मे उत्तरी लंदन विश्वाविघ्यालय से सम्मान कि उपाधि प्राप्ता कि थी | सन 1981 मे उन्हेांने किल विश्वाविघ्यालय से पीएचडी प्रापता कि है | उसके बाद उन्होंने अपना पोस्टा रिसर्च येल युनीवर्सिटी मे जारी रखा | माथूर ने विनिता से विवाह किया है | उन्हें नेहिका और सलोनी यह दो बेटीयाँ भी है |


कार्य :


        सन 1984 मे माथूर भारतीय प्रौघोगिकी संस्थान, मुंबई मे रसायन विज्ञान संकाय के सदस्या के रुप मे कार्यरित रहे थै | वह राष्ट्रीय एकल क्रिस्टाल के प्रमूख तक पहुचने से पहले कई पदों पर कार्यरीत रहे है | भारतीय प्रौघोगिकी संस्थान, इंदौर से माथूर एक संस्थापक निदेशक के रुप मे कार्यरीत रहे है | इसके बाद साथ साथ वे रसायन विज्ञान विभाग के प्रोफेसर के रुप मे कार्य करते थे |


        माथूर को ऑर्गेनोमेट्रिेक रसायन और क्लस्टार रसायन के लिए जाना जाता है | उन्हेांने च्लेकोलेन पुलों को शुरु करने के लिए सिथेटिंक रणनिती विकसित करने का कार्य किया है | आईआईटी मुंबई मे उन्हेांने असामान्या धातू मध्यास्थाता परिवर्तनी कि जांच और धातू परमाणओ और असंतूष्टा कार्बनिक प्रजातियों के बीच बातचीत से संबंधित परियेाजनाओं संभाला है | उन्होंने अपने अध्यायन मे 22 डॉक्टरल विव्दानों का मार्गदर्शन भी किया है |


उपलब्धि :


1) सन 1995 मे माथूर फुलब्राइट विव्दान थे |

2) सन 1996 मे उन्हें इंडियन एकेडमी ऑफ साइंसेज ने एक साथी के रुप मे चुना था |

3) सन 2000 से माथूर को शांती स्वरुप भटनागर पुरस्कार से सम्मानित किया गया है |

4) ब्रिटेन मे युनिवर्सिटी ऑफ किल व्दारा उन्हे डॉक्टर ऑफ साइंस कि मानद उपाधि से भी सम्मानित किया गया है |


प्रुस्तक/ग्रंथ :


1) माथूर के 180 से अधिक लेख प्रकाशित किए गऐ है | दो ऑनलाइन रिपॉजिटरी रिसर्चगेट और गुगल स्कॉलर व्दारा उनमे से कई सुचीबध्दा किया है |