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नाम : प्रभूलाल भटनागर
जन्म दि : 8 अगस्ता 1912
ठिकाण : कोटा, भारत
पत्नि : आनंद कुमारी
व्यावसाय : गणितज्ञ
प्रांरभिक जीवनी :
प्रभूलाल भटनागर एक भारतीय गणितज्ञ थे |उन्हें लहिस बोल्ट्रजमनन विधियों एलबीएम मे इस्तेमाल भटननागर सकल क्रोक ऑपरेटर के लिए अपने योगदान के लिए जाने जाते थे | भटनागर का जन्म भारत मे राजस्थान के कोटा मे 8 अगस्ता 1912 मे हुआ था | उनके पत्नि का नाम आनंद कुमारी था | सन 1973 मे उनकी पत्नी का निध्ंन हो गया |
भटनागर ने अपनी स्कूली शिक्षा रामपूरा और कोटा के हर्षटर कॉलेज से प्राप्ता कि थी | सन 1935 मे उन्हेांने महाराजा कॉलेज जयपूर से पहले रैंक मे बीएससी और फीर एमएससी कि उपाधि प्रापता कि थी | सन 1939 मे उन्होने इलाहाबाद विश्वाविघ्यालय से ओपी ओरिजिन ऑफ द सोलर सिस्टाम नामक थिसिस के लिए गणित मे डीफिल कि डिग्री प्रापता कि थी |
कार्य :
सन 1939 मे भटनागर ने एस एन मुखजी के निमंत्रण पर दिल्ली के सेंट स्टीफन कॉलेज मे प्रवेश लीया वहाँ उन्होंने लगभग 16 साल तक सेवा कि थी | उसके साथ उन्होंने सिंह कोठारी के सहयोग मे सफेद बौनों के सिध्दांन्ता पर काम भी किया था | सन 1952 मे भटनागर ने हार्वर्ड विश्वाविघ्यालय मे गैर रैखिक गैसों के क्षेत्र मे डौनाल्ड हॉवर्ड मेंजेल और हरि केसब सिंह केसाथ मिलकर काम किया था |
सन 1960 के दशक कि शुरुआत मे उन्हेांने विचले रीढ के क्षेत्र मे जटिलताओं का विकास किया था |संयुक्ता राजया अमेरिका मे इसका संचालन किया गया था | सन 1969 मे उन्हेांने राजस्थान विश्वाविघ्यालय जयपूर मे कुलपति के रुप मे कार्य किया था | सन 1971 मे भटनागर शिमला के हिमाचल प्रदेश विश्वाविघ्यालय मे गणित के प्रमूख के रुप मे कार्य किया था | सन 1975 मे उन्हेांने इलाहाबाद मे नविनिर्मित मेहता रिसर्च इंस्टीटयूट के निदेशक के रुप मे काम किया था |
उपलब्धि :
1) 1950 मे भटनागर को भारतीय राष्ट्रीय अकादमी और सन 1955 मे भारतीय विज्ञान अकादमी का साथी चुना गया था |
2) सन 1968 मे राष्ट्र मे उनके योगदान के लिए उन्हे पघभूषण से सम्मानित किया गया था |
3) भटनागर संध लोक सेवा आयोग के सदस्या रहे है |
4) वह मेहता शोध संस्थान के पहले निदेशक थै |
पुस्तक/ग्रंथ :
1) सन 1979 मे प्रकाशित नॉनलीनियर वेव्हक्ष इन वन डायमेंशनल डिर्स्पेसिव्हा सिस्टिम्सा|
2) 1974 गणितीय ओलपियाड|
3) 5 अक्टूबर 1976 मे पीएल भटनागर का भारत मे इलाहाबाद मे निधन हुआ था |