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नाम : अजीत इकबाल सिंह
जन्म : 1943
ठिकाण : भारत
व्यावसाय : गणितज्ञ
प्रारंभिक जीवन :
अजित इकबाल सिंह इनका जनम 1943 मे हुआ था | वह एक भारतीय गणितज्ञ है, जो कार्यात्मक विश्लेषण और हार्मोनिक विश्लेषण मे विशेषज्ञता रखते है | सिंह भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी आयएनएसए, भारत के वैज्ञानिकों और प्रौघोगिकी विेंदो की शीर्ष संस्था है | वह इलाहाबाद मे स्थित राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी भारत की एक साथी भी है |
सिंह ने उन्हें इंद्रप्रस्था कॉलेज से गणित मे स्त्रातक की पढाई की और क्रमश 1963 और 1965 मेदिल्ली विश्वाविदयालय से इसी विषय मे स्त्रातक किया | उन्होंने 1969 मे कैब्रिज विश्वाविदयालय से गणित मे पीएचडी की उपाधि प्रापता की | उनके शोध प्रबंध का शीर्षक स्थानीय रुप से उत्त्ल रिक्त स्थान मे रैखिक संचालकों के सिध्दांत मे योगदान फ्रैंक स्मिथस न्यूनहम कॉलेज मे कॉमनवेल्थ स्कॉलर के रुप मे कैम्ब्रिज मे पढाई की |
सिह ने दिल्ली विश्वाविदयालय के इंद्रप्रस्था कॉलेज मे संकाय के रुपमे अपनी मास्टार डिग्री पूरी करने के तुरंत बाद पढाना शुरु किया | कैब्रिज से पीउचडी पूरी करने के बाद, वह दिल्ली लौट आई और हिंदू कॉलेज मे दाखिला लिया | उन्होंने अपने अनुसंधान के साथ कार्यात्मक विश्लेषण और हार्मोनिक विश्लेषण और हार्मोनिक विश्लेषण मे पढाया | 1974 मे सिंह को दिल्ली विश्वाविदयालय के साऊथ कैंपस मे गणित मे रीडर नियुक्त किया गया और 1984 से 2008 तक प्रोफेसर के रुप मे काम करते रहे | 2008 से वह भारतीय सांख्यिकी संस्थान, दिल्ली केंद्र मे विजिटिंग प्रोफेसर रहे है|
कार्य :
सिंह ने स्थानीय रुप से उत्तल स्थानों टोपोलोजिकल बीजगणित, हाइपरग्रूप्सा मे वर्णक्रमीय संश्लेषण मल्टीप्लायरों और मॉडयूल होमोमोर्फिम्सा, सेमीग्रूप अलजेब्रा अंतर समीकरणों और हार्मोनल विश्लेषण के अनुप्रयोगो के लिए वर्णक्रमीय संश्लेषण पर काम किया है| वेक्टार माप की सीमा की जयामिती और भागफल के छल्ले कार्यो और ऑपरेटरों के बीजगणित की |
वह गणित मे रीडर, दिल्ली साऊथ कैंपस 1974 विश्वाविदयालय मे नियुक्ता हुई और वहां प्रोफेसर 1984:2008 के पद पर पहूंच गई | वह युजीन विश्वाविदयालय मे युजीन पंजाब युनिवर्सिटी ओजोन विश्वाविदयालय मे बायोमाटामिक्सा एंड बायोमेंट्री में म्यूनिख मे जीएसएफ नेशनल रिसर्च सेंटर मे और एथेंस मे युनिवर्सिटी ऑफ ओहियों मे पोजिशन का दौरा किया |
दिल्ली विश्वाविदयालय से सेवानिवृत्ती के बाद वह भारतीय सांख्यिकी संस्थान, दिल्ली केंद्र मे एनआयएसए वरिष्ठा वैज्ञानिक 2008:2013 और आयएनएसए मानद वैज्ञानिक 2013:14 के रुप मे अपने शोध कार्य को आयएनएसए मानद वैज्ञानिक के रुप मे जारी रखे हुए है |
पूरस्कार और सम्मान :
1) सिंह को दिल्ली विश्वाविदयालय से राय बहादूर बृजमोहन लाल साहेब मेमोरियल गोल्ड मेडल
2) रविकांता देवी पूरस्कार से सम्मानित किया गया
3) वह भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी को अलावा, नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज इंडिया इलाहाबाद की फेलो है |
4) वह इंडियान जर्नल ऑफ एंड एप्लाइड मैथमेटिक्सा 2004:2011 की एसोसिएट एडिटर थी |
5) उन्हें 1569 मे कै्रम्ब्रिज विश्वाविदयालय व्दारा Ph.Ddegree से सम्मानित किया गया था |