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प्रसिद्ध

मंजू भारत राम की जीवनी - Biography of Manju Bharat Ram in hindi jivani

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नाम : मंजू भारत राम 

जन्म : 29 दिसंबर 1945

ठिकाण : भारत

पति : अरुण भारत राम

व्यावसाय : शिक्षाविद


प्रारंभिक जीवन :


        मंजू भारत राम एक भारतीय शिक्षाविद थी वह प्रबंध समिती की अध्याक्ष और न्यासी बोर्ड की सदस्या थी | उनका जन्म 29 दिसंबर 1945 को भारत मे हुआ | उनके पति का नाम अरुण् राम भारत है | उनके पति एक प्रसिध्दा व्यावसायी और एसआरएफ लिमिटेड के अध्याक्ष थे | मंजू के पिता गुप्ता एक उघमी थे उनका उघ्योग उषा गुप्ता यानी उनके मॉ के नाम पर था अब उसे एफएमसीजी ब्रांड उषा के नाम से जाना जाता है | 


        मंजू भारत राम के तीन बच्चे है | उनका नाम अशीष, कार्तिक और वासवी भारत राम है | मंजू राम भारत सक्रिय रुप से शिक्षा के क्षेत्र मे परोपकारी गतिविधीयों मे सहभागी रहती थी | उन्होंने श्री राम स्कुल और एस आर एफ विध्यालय की स्थापना की है |


कार्य :


        मंजूने 1968 से ब्लाइंड रिलीफ एसोसिएशन के ट्रस्टी और मानद महासिचव के रुप मे कार्य किया है | इस कार्यशाला मे 300 दृष्टिहीन लककों के लिए एक स्कूल, एक तकनीकी प्रशिक्षण केंद्र , ब्लाइंड के लिए एक स्त्रातकोत्तार शिक्षक प्रशिक्षण संस्थान, कंप्यूटर सेंटर और एक आश्रम है | सन 2002 तक मंजू ने इंडियन ब्लाइंड स्पोर्टस एसोसिएश्ंन की चेयरपर्सन के रुप मे राष्ट्रीय स्तार पर नेत्रहीनों के लिए सालाना खेल कार्यक्रम आयोजित करने मे मदद की | 


        इसके अलावा मंजू इंटरनेशनल ब्लाइंड स्पोर्टस एसोसिएशन से जूडी थी | ओलंपिक एसोसिएशन ऑफ इंडिया से मान्याता प्राप्ता थी | पैरा ओलंपिक कमेटी ऑफ इंडिया से जुडी थी | श्रीमती मंजू भरत राम सन 2011 तक जेयीएम स्कूल फॉर द ब्लाइंड दिल्ली की प्रबंध समिति की अध्याक्ष भी रही है | सन 1998 मे सामाजिक विकास और सामुदायिक मामलों के लिए मंजू भारतीय उघोग परिसंघ की राष्ट्रीय समिति की सदस्या रही है | 


        2000 तक मंजू बोर्ड ऑफ गवर्नर्स की सदस्या रही है | मंजू सामाजिक न्याय और अधिकरिता मंत्रालय व्दारा गठित समितिी की सदस्या रही है | यह समिती व्दारा उन्होंने 2000 मे गंभीर विकलांगता वाले व्याक्तियों के लिए आश्रम कार्यशालाओें के लिए दिशनिर्देश विकसित किया |


        CAF & CII के साथ लखनऊ पहल, DPEP:UP के सहयोग से लखनऊ मे एक पायलट प्रोजेक्टा की मंजू व्दारा शुरुवात की | ताकी सरकारी स्कुलों के बुनियादी ढांचे मे सुधार हो साथ ही शिक्षक प्रशिक्षण और स्कुलों की दौंड मे सामुदायिक भागिदारी बडे | मंजू 1989 से 1993 तक अलित कला अकादमी की शासिय निकाय की सदस्या की रुप मे कार्यरित रही है | मंजू कला और सांस्कूतिक विरासत के लिए भारतीय राष्ट्रीय ट्रस्टा INTACH की सलाहकार समिती की सदस्या भी रही है |


        उन्होंने 2004 मे 2010 तक एलईएडी इंटरनेशनल के बोर्ड के सदस्या क्षमता निर्माण और समरूाा उन्मुख कारवाई परियोजनाओं के माध्याम से सतत विकास के लिए प्रतिबध् एक वेश्विक संगठन किया |


पूरस्कार और सम्मान :


1) 2003 मे उन्हे भारतीय उध्योग परिसंध से विशेष से शिक्षा और सामाजिक जिम्मेदारी के क्षैत्र मे निरंतर योगदान के लिए राष्ट्रपति पूरस्कार प्राप्ता हुआ है |

2) 1989 को उन्हे प्रियदर्शनी पूरस्कार प्राप्ता हुआ |

3) 2004 को उन्हे फेलो अवार्ड एफएक्सप्लेरी लीडरशीप प्राप्ता हुआ

4) मंजू को कमरवीर पूरस्कार भी प्रापता हुआ है 

5) सन 2013 को मंजू भारत राम को सामाजिक कार्य के क्षैत्र मे उनके योगदान के लिए पघश्री से सम्मानीत किया गया