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नाम : बिन्नी यंगा
जन्म तिथी : 7 जुलाई 1958
ठिकाण : अरुणाचल प्रदेश
व्यावसाय : सामाजिक कार्यकर्ता
मर गए : 3 सितंबर 2015 57 वर्षे
प्रारंभिक जीवनी :
बिन्नी यंगा का जन्म 7 जुलाई 1958 को अरुणाचल प्रदेश मे हुआ था | उनके माता पिता स्वर्गीय बिन्नी जयपू और बनि यानी थे | जिनहे पारंपारिक हथकरधा के पुनरुध्दार के लिए उनके प्रयासों के लिए जाना जाता है | उन्होंने अपनी शिक्षा राजस्थान् के बनस्थली विदयापीठ मे कि थी |
अपने छात्र दिनों के दौरान, उन्होंने एक बालिका मंच, ऑल सुबानसिरी डिस्ट्रिक्ट गर्ल्स वेलफेयर एसोसिएश्ंन का गठन किया था | अपनी पढाई के बाद, उन्होंने एक शिक्षक के रुप मे अपना करियर शुरु किया था | इस अवधि के दौरान, उन्होंने 1979 मे एक वयस्क शिक्षा और नर्सरी केंद्र कि स्थापना कि थी | ओर बाद मे निराश्रित लडकियों के लिए एक आश्रम गूह बनाया था |
1987 मे यंगा अरुणाचल पुलिस बल मे शामिल हो गई, जब 1987 मे महिला अधिकारीयों के पहले बैंच को शामिल किया गया था | पुलीस बल के साथ केवल एक साल कि सेवा के बाद उन्होंने सामाजिक सेवा मे प्रवेश करने के लिए इस्तीफा दे दिया था | बिन्नी यंगा को 2007 मे गर्भाशय ग्रीवा के कैसर का पता चला था | लेकिन उसकी गतिविधीयों के साथ किया गया था | वह अरुणाचल प्रदेश के नाहरलागुन मे रहे थी | और ओजू क्राफट सेंटर के स्वामित्वा मे थी | 3 सितंबर 2015 को उनकी मृत्यृ हो गई |
कार्य :
बिन्नी यंगा एक भारतीय सामाजिक कार्यकर्ता है | वह भारत के राष्ट्रीय योजना आयोग कि सदस्या भी थी | और ओजु वेलफेयर एसोसिएश्ंन ओडब्ल्यूए के संस्थापक भी थी | अरुणाचल प्रदेश मे स्स्थित एक गैर सरकारी संगठन, जो समाज के कमजोर वर्गो के कलयाण के लिए काम कर रहा है | और बालविवाह जबरन विवाह और दहेज जैसी समाजिक बिमारीयों के खिलाफ अभिमान चला रहा है |
बिन्नी यंगा ने ओजू वेलफेयर एसोसिएश्ंन OWA के नाम से वयस्का शिक्षा और नर्सरी केंद्र कि शुरुआत 1988 मे एक समाज के रुप मे कि थी | केंद्र वर्षो मे बडे अनुपातों के संगठन मे विकसित हुआ है | जो कई प्रयोगों को कवर करता है , प्रत्येक खानपान एक निर्दिष्ट उद्रदेश्य के लिए होता है | यंगा ने स्वास्था और अन्या मुद्रदेां पर सामाजिक जगरुकता अभियान और सेमिनार आयोजित किए थे |
भारत के पारंपारिक शिल्प को बढावा देने के लिए भी शामिल हुए, जिसके लिए उन्हेांने ग्रामीण कारगिरों के लिए एक विपणन एजेंसी हिमगिरी मल्टी को ऑपरेटिव सोसाइटी कि स्थापना कि है | सामाज ने यूके दक्षिण अफ्रिका और भूटान जैसे देशो ने कई राष्ट्रीय और आंतरराष्ट्रीय प्रदर्शओ मे भाग लिया है | बिन्नी यंगा भारत के राष्ट्रीय योजना आयोग के पूर्व सदस्या थे |
और उन्होंने मानव शिक्षण विकास मंत्रालय के तहत नोडल एजैसियों जन शिक्षण संस्थान और अरुणाचल प्रदेश राजया संसाधन केंद्र कि अध्याक्षता कि थी | वह राष्ट्रीय साक्षरता मिशन प्राधीकरण और खादी और ग्रामोधोग आयोग कि कार्यकारी समितीयों कि सदस्या थी | उन्हेांने अरुणाचल प्रदेश राजया महिला आयेाग, आदिवासी सहकारी विपणन विकास संध TRIFED जनजातीय मामलों का मंत्रालय भारतीय संस्थान मे भी कार्य किया था |
वह हिमगिरी बहुउद्रदेशीय सहकारी समिती लिमिटेड नाहरलागुन और अरुणाचल प्रदेश महिला स्वैच्छिक संध कि सचिव थी | वह मस्कैन सोसायटी पापुमपारे जुवेनाइल जस्टीस बोर्ड, रामाकृष्ण मिशन हॉस्पीटल इंटानगर और कंट्री वुमेन एसोसिएश्ंनऑफ इंडिया कि सदस्या भी थी | उन्होंने राष्ट्रीय माध्याम शिक्षा अभियान इटानगर कि कार्यकारी समिती मे भी कार्य किया था |
पूरस्कार और सम्मान :
1) बिन्नी यंगा को 2000 मे डॉ.दुर्गाबाई देशमूख पूरस्कार मिला था |
2) 2009:10 मे छोटो उघोग संधो के COSIA उद्दमी पूरस्कार से सम्मानित किया गया था |
3) वह सहकारी उत्कृष्टता के एमनसीडीसी अवार्ड के प्राप्ताकर्ता है |
4) यंगा को 2012 मे राष्ट्रीय जनजातीय पूरस्कार से सम्मानित
5) इफको सहकारिता रत्न पूरस्कार मिला था |
6) 2012 मे भारत सरकार ने उन्हे पदमश्री के चौथे सर्वोच्चा भारतीय नागरिक पूरस्कार से सम्मानित किया था |
7) 2013 मे, उनहें पूर्वी पेनोरमा पत्रिका व्दारा 2013 अचीवर पूरस्कार से सम्मानित किया गया था