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कलाकार

संजय लीला भंसाली जीवनी - Biography of Sanjay Leela Bhansali in Hindi Jivani

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संजय लीला भंसाली हिन्दी फिल्म उद्योग बॉलीवुड के एक निर्देशक हैं। वह भारतीय फिल्म और टेलिविज़न संस्थान के छात्र रह चुके हैं। 1942: ए लव स्टोरी फिल्म से उन्होने, अपनी मां को श्रद्धांजली देने के लिये, अपने नाम मे "लीला" लिखना शुरू किया।


संजय लीला भंसाली भारतीय फिल्म निर्देशक, निर्माता, स्क्रीनराइटर और संगीत निर्माता हैं। वे फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट आॅफ इंडिया के अल्युमिनाई रहे हैं। उनका बीच का नाम लीला अपनी मां को ट्रिब्यूट देने के लिए रखा। उन्होंने 1999 में एसएलबी फिल्मस नाम से प्रोडक्शन हाउस शुरू किया। उनकी फिल्मों की खास बात यह होती है कि उनकी फिल्मों के सेट बेहद शानदार और महंगे होते हैं। 2015 में उन्हें पद्मश्री पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है। उन्हें कई बार फिल्मफेयर पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है जिसमेें से फिल्म ‘हम दिल दे चुके सनम’, ‘देवदास’, ‘ब्लैक’ के लिए सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का फिल्मफेयर पुरस्कार भी शामिल है। उन्हें कई अन्य पुरस्कारों से भी सम्मानित किया जा चुका है।


प्रमुख फिल्में


भंसाली ने अपना कैरियर विधु विनोद चोपड़ा के साथ बतौर सहायक निर्देशक शुरू किया। विधु के साथ भंसाली ने परिंदा और 1942 ए लव स्टोरी जैसी फिल्मे की। सन २००२ मे आयी भंसाली निर्देशित फिल्म देवदास उस समय की सबसे महंगी फिल्म थी। इस फिल्म को के निर्माण में 50 करोड रुपये लगे थे और इसने करीब 100 करोड रूपये का व्यवसाय किया था। उस साल इस फिल्म ने 5 राष्ट्रीय पुरस्कार और 10 फिल्मफेयर पुरस्कार जीते थे। टाइम पत्रिका ने नई सदी के अब तक के सालों में बनी सर्वश्रेष्ठ दस फिल्मों में देवदास को आठ्वीं जगह दी है।२००५ मे प्रदर्शित उनकी फिल्म ब्लैक के लिये उन्हे एक बार फिर से हिन्दी सिनेमा का राष्ट्रीय पुरस्कार मिला।


करियर


भंसाली ने अपने करियर को विधा विनोद चोपड़ा के सहायक के रूप में शुरू किया और वह परिण्डा, 1 9 42: ए लव स्टोरी और कैरब के निर्माण में शामिल हो गए। हालांकि, भंसाली ने कबरी को निर्देश देने से इनकार कर दिया जब वे गिर गए। 1 99 6 में, उन्होंने खमोशी: द म्यूजिकल के साथ निर्देशक की शुरुआत की, जो कि बहरीन मूक माता-पिता के साथ संवाद करने के लिए एक बेटी के संघर्ष की व्यावसायिक रूप से असफल लेकिन समीक्षकों द्वारा प्रशंसित कथन है। फिल्म ने फिल्मफेयर में सर्वश्रेष्ठ फिल्म का क्रिटिक्स अवार्ड अर्जित किया। वह एक त्रिकोणीय प्रेम कहानी के साथ भारतीय सिनेमा में प्रमुखता के साथ बढ़ी, ऐश्वर्या राय, सलमान खान और अजय देवगन की अगुवाई वाले हम दिल दे चीक सनम ने दृश्यमानता के लिए अपनी व्यक्तिगत स्टाम्प की स्थापना की और उत्सव और उत्सव के औरास पैदा किए। 1 99 1 में भारत के अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह में भारतीय पैनोरमा अनुभाग में फिल्म का प्रीमियर हुआ। यह एक महान व्यावसायिक और महत्वपूर्ण सफलता थी जिसने चार राष्ट्रीय पुरस्कार और नौ फिल्मफेयर पुरस्कार सहित कई पुरस्कार जीते।


उनकी अगली फिल्म, देवदास, शाहरुख खान, ऐश्वर्या राय और माधुरी दीक्षित पर अभिनय कर रही थीं, भंसाली की इसी नाम का उपन्यास भी था जो 2002 की सबसे बड़ी कमाई वाली फिल्म बन गई। इस फिल्म को समीक्षकों से सर्वसम्मति से प्रशंसा मिली और सभी फिल्मफेयर में सबसे बड़ी प्रशंसा, फिल्मफेयर में सबसे सम्मानित फिल्म के रूप में उभर रही है


2005 में भंसाली (Sanjay Leela Bhansali) ने अमिताभ बच्चन और रानी मुखर्जी को लेकर Black फिल्म बनाई जिसके लिए उनको जीवन का दूसरा नेशनल अवार्ड मिला | 2007 में उन्होंने रणवीर कपूर को लेकर साँवरिया फिल्म बनाई . जो बॉक्स ऑफिस पर तो फ्लॉप रही लेकिन रणवीर कपूर का करियर सँवार दिया | 2010 में ऋतिक रोशन और ऐश्वर्या को लेकर गुजारिश फिल्म बनाई और इसी फिल्म से उन्होंने म्यूजिक डायरेक्शन में भी कदम रखा | ये फिल्म भी बॉक्स ऑफिस पर नही चली लेकिन फिल्म को सराहना काफी मिली |


2012 में अक्षय कुमार की फिल्म राउडी राठोड के निर्माता बने जिसका निर्देशन प्रभु देवा ने किया था | इसी साल वो एक फ्लॉप फिल्म शिरीं फरहाद की निकल पड़ी के निर्माता बने | 2013 में रोमियो और जूलियट पर आधारित “गोलियों की रासलीला -रामलीला” फिल्म का निर्देशन किया | ये उनकी पहली फिल्म थी जिसका कुछ धार्मिक दलों ने विरोध किया था जिसके बाद तो उनकी हर फिल्म धार्मिक मुद्दे पर उलझी है | पहले इस फिल्म का टाइटल केवल रामलीला था जिसे विवाद के चलते “गोलिया की रासलीला -रामलीला” करना पड़ा | रणवीर सिंह के साथ उनकी यह पहली फिल्म थी | ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर हिट रही और रणवीर सिंह स्टार बन गये | इसी साल भंसाली (Sanjay Leela Bhansali) ने टीवी पर “सरस्वतीचंद्र” शो के जरिये डेब्यू किया था जो कुछ एपिसोड के बाद उन्होंने छोड़ दिया था |


2013 में मैरीकॉम फिल्म के प्रोडूसर बने जिसके लिए उन्हें एक ओर नेशनल अवार्ड मिला था | 2015 में गब्बर इस बेक के निर्माता बने | 2015 में उनका ड्रीम प्रोजेक्ट “बाजीराव मस्तानी” फिल्म आइये | इस फिल्म का विचार उनके दिमाग में 2003 से था लेकिन अनंत: रणवीर सिंह को इस महान किरदार को निभाने का मौका मिला |