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नाम : राधा गोविंद लाहा
जन्म दि : 1 अक्टूबर 1930
ठिकाण : कलकत्ता, भारत
व्यावसाय : सांख्यिकिविदू और गणितज्ञ
प्रारंभिक जीवनी :
राधागोविंद लाहा एक संभावित सांख्यीकिविदू और गणितज्ञ थे | जिने संभाव्याता सिध्दांत मे उनके काम के लिए जाना जाता था | राधा लाहा का जन्म भारत मे कलकत्ता मे 1 अक्टूबर 1930 को हुआ था | लाह कि प्रारंभीक स्कूली शिक्षा कलकत्ता मे पुरी हुई थी | सन 1951 मे उन्हेांने सांख्यीकि मे स्त्रातक कि उपाधि प्राप्ता कि थी |
सन 1951 मे उन्होंने सांख्यीकि मे मास्टार कि उपाधि पूरी कि थी | उसके बाद उन्होंने कलकत्ता विश्वाविघ्यालय से ही विश्लेषणात्माक संभाव्याता सिध्दांत मे डॉक्टरेट कि उपाधि प्राप्ता कि थि |
लाहा अंतर्राष्ट्रीय सांख्यिकि संस्थान के एक निर्वाचित साथी थे | वे संभवना सिध्दांत और सांख्यिकी पत्रिका मे कई प्रकाशनों पर कई शास्त्रीय ग्रंथो के लेखक थे |
कार्य :
सन 1952 मे लाहा भारतीय साख्यिकि संस्थान, सैध्दांतिक अनुसंधान और प्रशिक्षण स्कूल, कलकत्ता, भारत के कर्मचारीयों को शुध्दा और लागू ऑकडों मे शामिल किया गया | सन 1958 मे उन्होंने कैथोलिक युनिवर्सिटी ऑफ अमेरिका मे एक रिसर्च एसोसिएट के रुप मे काम किया था |
सन 1962 मे वह एक संकाय सदस्या के रुप मे कैथोलिक विश्वाविघ्यालय मे कार्यरीत रहे थे |सन 1972 मे लाहा अपने सहयोगियों युजीन लुकास्सा और विजय रोहतगी के साथ ग्रीन स्टेट युनिविर्सीटी मे पीएचड कार्यक्रम शुरु करने के लिए कार्यरीत है |
1996 मे अमेरीकि गणितीय सोसायटी और गणितीय सांख्यिाकि संस्थान के लिए एक उदार समर्थन किया था | लाहा ने एक अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा स्थापित कि थी | उन्होंने पेरिस विश्वाविघ्यालय फ्रांस् इटीएच जुयरिख, स्विटसरलैंड और संयुक्त राजया अमेरिका मे सांख्यिकि संस्थानों का दौरा किया था |
उपलब्धि :
पुरस्कार और सम्मान :
1) लाहा को एम एस बोस गोल्ड मेडल मीला है |
2) लाहा को सरदार प्रसाद पूरस्कार और ऊफ छात्रवृत्ती प्राप्ता हुई थी |
3) कलकत्ता विश्वाविघ्रूालय से सिल्वर मेडल प्राप्ता हुआ था |
4) लाहा अमेरिका मे फुलब्राइट फैलोशिप के प्राप्ता कर्ता थे |
5) एएमएस ने 2001 मे राधा लाह गार्डन कि स्थापना कि गई है |
6) गणितीय सांख्यिकी संस्थान व्दारा लाह अवार्डस कि स्थापना कि गई है |
पुस्तक/ग्रंथ :
1) 1964 मे प्रकाशित एप्लीकेशन ऑफ कॅरटरेस्टीक्सा फंक्शनस राधा लाह|
2) मे 1979 मे प्रकाशित प्रोबबिलिटी थेअरी |
3) 1998 मे डामौइस स्किटोपिच प्रमेय का एक विस्तार|
4) 1957 मे प्रकाशित रैखिक संरचनात्माक संबंधी के साथ जुडे कुछ लक्षण वर्णन समस्याओं पर|
5) 1957 : आंशिक रुप से संतुलित लिंग ब्लॉक डिझााइन पर |