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वैज्ञानिक

ओम. पी. बहल की जीवनी - Biography of Om P. Bahal in hindi jivani

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नाम : ओम. पी. बहल

जन्म दि : 1927

ठिकाण : लायलपूर, पंजाब, भारत

पत्नि : निर्मल बहल

व्यावसाय : आणविक जीवविज्ञानी, अकादमिक


प्रारंभिक जीवनी :


        ओम. पी. बहल का पुरा नाम ओम प्रकाश बहल है| वह अमेरिका के भारतीय आणविक जीवविज्ञानी अकादमिक थे | ओम पी बहल न्यूयॉर्क विश्वाविघ्यालय के एक प्रतिष्ठित प्रोफेसर थे | उन्हें मानव कोरियोनिक गोनडोट्रोपिन पर अपने अध्यायन के लिए जाना जाता था | ओ पी बहल का जन्म भारत मे पंजाब के लायलपूर मे सन 1927 को हुआ था |


        उनहेांने अपनी कॉलेज कि पढाई लाहौर के गवर्नमेंट कॉलेज और पंजाब यूनिवर्सिटी से पूरी कि थी | उसके बाद उनहेाने सन 1962 मे मिनेसोटा विश्वाविघ्यालय से पीएचउी उपाधि प्रापता कि थी | उन्होंने कैलिफोर्निया विश्वाविघ्यालय लॉस एंजिल्स से पोस्ट अैक्टरल शोध जैव रसायन विज्ञान और आणविक जीव विाान मे किया था | उनहेांने निर्मल बदल से शादी कि उन्हे तीन बच्चे थै |


कार्य :


        ओम. पी. बहल भारतीय स्वातंत्रता आंदोलन मे शामिल रहे थे | वह अखिल भारतीय छात्र संघ के अध्याक्ष के रुप मे कार्य करते थे | ओ पी बहल ने जनरल मिल्सा मे एक शोध सहयोगी के रुप मे काम किया था | उन्हेांने दक्षिणी कैलिफोनिया विश्वाविघ्यालय के संकाय मे सहायक प्रोफेसर के रुप मे काम किया है | सन 1976 से 1983 तक जैविक विज्ञान विभाग मे अध्याक्ष के रुप मे कार्य किया था |


        मानव कोरियोनिक गोनाडोट्रॉफिन यह उनका मूख्या रुप से एक योगदान रहा है | एक्सीजी यानी गर्भावस्था हार्मोन उन्होने इसपर अध्यायन कीया था | ओम पी बहल राजीव गांधी व्दारा गठित समिती के सदस्या रहे है | उसके व्दारा उन्हेांने प्रौघोगिकी के हस्तांतरण को बढाया देणे का कार्य किया था | ओ पीबहल विश्वा स्वास्था संगठन की जनसंख्या परिषद मे और राष्ट्रीय स्वास्थ संस्थान के सनसंख्या अनुसंधान परिषद मे सादस्या के रुप मे बैठे थे |


उपलब्धि :


पुरस्कार और सम्मान : 


1) ओम. पी. बहल को सन 1973 मे भारत सरकार व्दारा पघभूषण पूरस्कार से सम्मानित किया था |

2) ओ. पी. बहल को सन 1978 मे श्लोकोल्श् मेडल मिला था |

3) ओ. पी. बहल अमेरिकन कैंसर सोसाइटी के एक उर्नहैम फेलो थे |

4) उनहें उत्तरी अमेरिका मे एशियाई भारतीय संगठनो का लाइफ विज्ञान पूरस्कार भी मिला था |

5) बफेलो विश्वाविघ्यालय व्दारा ओ पी और निर्मल बहल प्रोफेसरशिप कि स्थापना कि गई है |


पूस्तक/ग्रंथ : 


1) 1968 मे प्रकाशित जर्नल ऑफ बायोलॉजिकल केमिस्ट्री|

2) 1970 मे प्रकाशित बायोकेम बायोफिज रेस कम्यून|

3) 1974 मे प्रकशित मानव कोरियोनिक गोनडोट्रोविन कै जैविक समारोह मे कार्बोहाइड्रेट कि भूमिका आणविक एंडोक्रिनोलॉजी मे वर्तमान विषय|

4) 1968 मे प्रकाशित ग्लाइकोप्रोटीन कि विशेषता ग्लाइकोप्रोटीन होमिनि कि कार्बोहाइट्रेट संरचनसएं प्रजनन के आणविक और सेलूलर पहलू|