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वैज्ञानिक

नवलपक्कम पार्थसारथी की जीवनी - Biography of Nawalpakkam Parthasarathy in hindi jivani

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नाम : नवलपक्कम पार्थसारथी

जन्म दि : 08 अप्रैल 1900

ठिकाण : भारत

व्यावसाय : अनुवांशिकिविद


प्रारंभिक जीवन :


        नवलपक्कम पार्थसारथी एक भारतीय आनुवांशिकिविद थे | नवलपक्कम पाथसारथी का जन्म 8 अप्रेल 1900 को भारत मे हुआ था | नवलपक्कम पार्थसारथी ने मद्रास विश्वाविघ्यालय से बीए मे स्त्रातक किया था | मद्रास विश्वविघ्यालय से उन्होने बीएससी कि भी उपाधि प्राप्ता कि है | इसके साथ उन्हेांने कृषि विशेषज्ञा के लिए भी अध्यायन किया था | सन 1936 मे वे लंदन चले गऐ जाहॅ पर उन्होंने लंदन विश्वाविघ्यालय से अपनी पीएचडी कि उपाधि प्राप्ता कि थी | सन 1938 मे वे भारत लौटे |


कार्य :


        नवलपकम ने भारत मे राजया और केंद्र सरकारों के साथ विभिन्ना क्षमताओं मे जेनेटिकीस्टा और व्दितीय गन्ना प्रजनन अधिकारी के रुप मे कार्य किया था | उन्होंने सन 1940 से 1947 मे गन्ना प्रजनन संस्थान कोयंबटूर और भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान के एक अनुसंधान स्टेशन के रुप मे काम किया था |


        सन 1947 से 1952 मे उन्होंने तक केंद्रीय चावल अनुसंधान संस्थान, कटक मे अपने सेवानिवृत्ती तक निदेशक के रुप मे कार्यरीत थे | उसके बाद उन्होंने सन 1958 मे खाध्या और कृषि संगठन एफएओ के लिए इंडोनेशिया मे आधारित चावल विशेषज्ञ के रुप मे एक वर्ष कार्य किया था | सन 1959 से 1968 मे उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान मे चावल सुधार विशेषज्ञ के रुप मे भी काम किया था | 1966 से 69 मे वे आयआरआरसी के बोर्ड सदस्या रहे थै |


        पार्थसारथी को गन्ने और चावल के कोशिका विज्ञान और आनुवांशिकि के क्षैत्र मे व्यापक शोध मे शामिल किया गया था | उनकेव्दारा ही एक्सा विकिरत मे उत्पारिवर्तन को शामिल किया गया था | उन्होंने अगुणीत और पॉलीप्लॉइड को अलग करने वाली टीम का नेतृत्वा किया था | उनके व्दारा खाघ कृषि संगठन कि सहायता से संस्थान मे दो चावल प्रजनन पाठयाक्रम संचालित किए गए थे |


उपलब्धि :


1) ननवलपकम अंतर्राष्ट्रीय चावल आयोग के कार्यकारी सचिव थै |

2) नवलपक्काम लाइबेरिया सरकार और थाईलैंड सरकार के चावल सलाहकार रहेहै |

3) नवलपक्काम आयएनएसए तथा तामिलनाडू विज्ञान अकादमी के एक चुने हुए साथी थे |

4) वह इंडियन सोसायटी ऑफ जेनिटिक्सा ऐउ प्लांट ब्रिडिंग के अध्याक्ष थे |


पूस्तके/ग्रंथ :


        नवलपककमव्दारा कई लेख प्रकाशित किए गए


1) 1972 मे प्रकाशित : 1960 तक उष्णकटिबंधिय एशिया मे चावल प्रजनन


        4 जनवरी 1993 मे पार्थसारथी का निधन हुआ था |