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वैज्ञानिक

मुकूल सिन्हा की जीवनी - Biography of Mukul Sinha in hindi jivani

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नाम : मुकूल सिन्हा

जन्म : 10 फरवरी 1951

ठिकाण : कोलकत्ता

पत्नी : निर्झरी सिन्हा

व्यावसाय : भौतिक विज्ञानी, मानवाधिकार, वकिल, नागरिक अधिकार वकील


प्रांरभिक जीवनी :


        मुकूल सिन्हा एक मानवाधिकार कार्यकर्ता और भारत के अहमदाबााद मे गुजरात उच्चा न्यायालय के वकिल थे | इतना ही नही बल्की वे एक सक्रिय ट्रेड युनियन नेता और एक प्रशिक्षित भौतिक विज्ञानी भी थे | मुकूल सिनहा का जन्म 10 फरवरी 1951 को भारत के कोलकत्ता शहर मे हुआ था | उनकी पत्नी का नाम निंर्झारी सिनहा था | उनके बेटे प्रतीक सिन्हा है | प्रतीक ATTNEWS.IN चालाते हे | उनके पिता ने भारतीय रेल्वे के साथ काम किया था |

        

        मुकूल ने बिलासपूर से अपनी स्त्रातक की डिग्री पूरी कि थी | उन्होंने कानपूर भारतीय प्रौघोगिकी संस्थान से स्त्रातकोत्तर उपाधि प्राप्ता कि थी | फीर 1979 मे मुकूल ने अहमदाबाद के भौतिक अनुसंधान प्रयेागशाला से भौतिकी मे पीएचउी पूरी कि थी | सन 1970 मे मुकूल ने लॉ स्कूल से स्त्रातक किया है | 


कार्य :


        मुकूल ने स्वायत्ता अनुसंधान और विकास,शिक्षा और तकनीकि संस्थानों FEARDET से कर्मचारी संघ का गठन किया है | और श्रमिको को उनके अधिकारों के लिए लडने के लिए संगठित किया था | मुकूल ने सन 1989 मे गुजरात उच्चा न्यायालय मे एक वकिल के रुप मे कार्य किया है | सन 1990 को मुख्या ने नए समाजवादी आंदोलन के तत्वाज्ञान मे जन संघर्ष् कि स्थापना कि थी | विभिन्ना व्यावसायों और नागरिक अधिकारों से लेकर आम जनता के विभिन्ना मुददों पर भि काम किया है |


        मुकूल सिन्हा ने 2007 मे गुजराती विधानसभा के लिए अपनी राजनीतिक पार्टी न्यू सोसालिस्टा मुहमेंट और 2012 मे एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रुप मे चुनाव लक्षा था | मुकूल ने 2007 मे शाहपूर से चुनावलढा एक निर्वाचन क्षेत्र जाहाँ मुसलमानों ने मुहमत का गठन किया था |


        उन्होंने दंगा पिडितों के लिए और समाज के उन वर्गो के लिए भी काम किया जो उन्हें लगा कि राजया सरकार ने उनहें दनकिनार एक दिया है | मुकूल सिन्हा सोशल नेटवर्किंग साइटो बहूत सक्रिय थै | उन्हेांने 2002 के दंगो और मणिपूर के बाद गुजरात मे फर्जी मुठभैडो मे मारे गए व्याक्तियेां के परिवारों का कानूनी रुप से प्रतिनिधत्वा किया था | और पूलीस अधिकारों को दोषी ठहराया था|


पुरस्कार और सम्मान :


1) मुकूल को मरणोपरांत दुसरे भागीरथ मानवाधिकार पूरस्कार BHRA व्दारा भागीरथ मैमोरियल फंड कमेटी फॉरसोशल स्टडीज सीएसएस वीर मर्मद दक्षिण गुजरात विश्वाविघ्यालय, सुरत 24 मे स्थापित किया गया था |

2) कार्यकर्ता जिग्नेश मेवाणी ने वडमान, गुजरात से विधायक बनने से पहले सिनहा कि सलाह के तहत काम किया था|

3) जन संघर्ष मंच के अध्याक्षा के रुप मे स्थापना और सेवा कि थी |


        12 मई 2014 को सिनहा कि फेफडों के कैंसर से मृत्यू हो गई थी |