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नाम : मूकुल आर कुंडू
जन्म दि : 10 फरवरी 1930
ठिकाण : कोलकत्ता, भारत
पन्ति : रानु कूंडू
व्यावसाय : रेडियो फिजिस्टा, प्रोफेसर
प्रारंभिक जीवनी :
मूकुल आर कुंडू एक भारतीय और भौतिक विज्ञानी थे | जिन्हें सूर्य के रिडीयों प्रेक्षणों के अग्रणी के रुप मे जाना जाता था | मुकूल का जन्म 10 फरवरी 1930 मे भारत के कोलकत्ता शहर मे हुआ था उनकी पत्नी का नाम रानू कुंडू था उनके तीन बच्चे है |
मूकुल आर कुंडू कलकत्ता विश्वाविघ्यालय से सन 1949 को भौतिकी विज्ञान मे बीएससी कि थी |
सन 1951 मे रेडियो भौतिकी और इलेक्ट्रौनिक्सा मे एमएससी भी कलकत्ता विश्वाविघ्यालय से कि थी मुकूल को 1954 मे सरकारी छात्रवृत्ती मिली थी | फिर उन्हें इकोले नॉर्मले सुपरिअर पेरिस मे और रेडियों समूह के साथ पेरिस विश्वाविघ्यालय मे स्थानांतरीत किया गया था | सन 1957 मे उन्होंने अपनी पीएचडी प्राप्ता कि थी |
कार्य :
उन्होंने 1959 मे मिशिगन विश्वाविघ्यालय असोसिएट रिसर्च फिजीस्टा के रुप मे कार्य किया है | 1962 मे कॉर्नेल विश्वाविघ्यालय मे भी उन्हेांने एसोसिएट प्रोफेसर के रुप मे कार्य किया है | वहॉ वे |1962 से सन 1965 तक कार्यरीत थै | उसके बाद फिर वे भारत लौट आए थे | भारत मे वे तीन साली तक मुंबई के टाटा इंस्टीटयूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च मे शामील हुए थै | उसके बाद मुकूल मैरीलैंड कॉलेज पार्क और विश्वाविघ्यालय मे सन 1968 मे प्रोफेसर के रुप मे कार्यरित रहे थे | वहॉ पर उन्होंने अमे मृत्यू तक कार्य किया था |
मुकूल ने कार्यक्रम प्रबंधन व्यापार सहयोगी प्रबंधन, तकनीकि संदर्भ पुस्ताकालय और ऑनसाइट सहित एनर्जी सुइट के लिए उत्पाद प्रबंधन का नेतृत्वा करणे का कार्य किया था | सुर्य के 10.7 सेंटीमीटर रेडियो प्रवाह का पृथ्वी के आयनमंडल मे आयनिकरण के स्तर के साथ संबंध कि मुकूल ने निर्देशित करणे का कार्य किया है |
उपलब्धि :
पुरस्कार और सम्मान :
1) डॉ. मुकूल ने सौर भौतिकी पत्रिका के संपादकिय बोर्ड मे सेवा कि है |
2) 2007 को मुकूल को जॉर्ज एलेरी पूरस्कार से सम्मानित किया गया था |
3) सितंबर 2017 मे मुकूल ओरेकल युटिलिटिन से नेक्सेंट मे शामिल हुए थे |
4) 1970 से 1979 मे NRAO नॅशनल रेडियों अस्ट्रानॉमी ऑर्क्सावटरी युजर्स समिती के उॉ. मुकूल सदस्या रहे है |
5) 1949 मे कोलकत्ता विश्वाविघ्यालय से गोल्ड मेडल प्राप्ता हुआ था |
6) डॉ. मुकूल रॉयल सोसाइटी के फैलो भी है |
7) इन्सिटयूट ऑफ इलेट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्सा इंजीनीयर वे वरिष्ठा सदस्या थी रहे है |
पुस्तक :
कुंडू का सबसे प्रभावशाली काम एक पाठयापूसतक सोलर रेडियो एस्ट्रोनॉमी था, जिसे 1965 मे विली ने प्रकाशित किया था |