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नाम : महान एम जे
जन्म : 5 अप्रैल 1968
ठिकाण : बंगाल, भारत
व्यावसाय : गणितज्ञ
प्रारंभिक जीवन :
महान एम जे का मुल नाम ब्रम्हचारी ब्रम्हचैतन्या है उन्हे स्वामी विघानायथनंक के नाम से ही जाना जाता है | महान एम. जे गणितज्ञ और रामकृष्णा आदेश के भिक्षू है | उनका जन्म 5 अप्रैल 1968 को भारत मे हुआ | महान एम जे ने सेंट जेवियर्स कॉलेजीएट स्कुल कलकत्ता मे बारहवी कक्षा तक पढाई की |
उसके बाद उन्होंने आकाशवानी अखिल भारतीय रैंक 67 के साथ संयुक्ता प्रवेश परिक्षा के लीए, भारतीय प्रौघोगिकी संस्थान कानपूर मे प्रवेश किया | वहॉ शुरुवाती दिनों मे वे इलेट्रिकल इंजिनियरींग के लिए चुने गऐ थे | लेकिन आगे जाकर उन्होंने विषय बदल कर गणित मे अध्यायन किया | उन्होंने सन 1992 मे कानपूर से गणित मे स्त्रातकोत्तर किया था | 1997 मे युसी बर्कले से डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्ता की |
कार्य :
महान एम जे ने एंड्रयू कैशन के सलाहकार के रुप मे काम किया है | सन 1998 मे चेन्नई के गणितीय विज्ञान संस्थान मे उन्होंने संक्षिप्ता रुप से काम किया था | अध्यात्मिक रुप से देखा जाए तो वह रामकृष्णा परमहंस प्रमुख शिष्या माने जाते है | एक त्यागी के रुप मे वे रामकृष्ण मे शामिल है | वह 2015 तक रामकृष्ण मिशन विवेकानंद विध्यालय मे गणित और अनुसंधान के प्रोफेसर के रुप मे कार्यरित थे | अब मुंबई के टाटा इंस्टीटयूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च मे गणित के प्रोफेसर है |
महान एम जे वे हाइपरबोलिक मैनिकोफल्उस के क्षैत्र मे अपने शोध को व्यापक रुप से प्रकाशित और प्रस्तुत करने का महत्वापूर्ण कार्य किया है | तोप थर्स्टन के नकाशे यह उनका सबसे उल्लेखनीय कार्या मे से एक है | महान एम जे अ्रंग्रेजी हिंदी और बंगाली भाषा मे निपुण है और वे अपने छात्रों और सहयोगियों के लिए भी जाने जाते है |
सम्मान और पूरस्कार :
1) महान एम जे को सन 2011 मे गणित विज्ञान के लिए शांति स्वरुप भटनागर पूरस्कार प्राप्ता हुआ है |
2) सन 2015 को उन्हें इन्फोसिस पूरस्कार से सम्मानित किया गया है |
3) सन 1992:1993 मे उन्हें एर्ल सी एंथोनी फैलोशिप प्राप्ता की और सन 1996 से 1997 मे उन्हें स्लोन फैलोशिप भी प्राप्ता हुई है|