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अन्यवैज्ञानिकSCIENTIST

माधव चंद्र दाश की जीवनी - Biography of Madhav Chandra Dash in hindi jivani

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नाम : माधव चंद्र दाश

जन्म : 28 नवंबर 1939

ठिकाण : पूरी, उडिशा

व्यवसाय : परिस्थितिकीविदू पर्यावरण जीवविज्ञानी


प्रारंभिक जीवन :


        माधव चंद्र दाश एक भारतीय परिस्थितिकीविदू और पर्यावरण जीवविज्ञानी थे | माध्ंव चंद्र दाश का जन्म 28 नवंबर 1939 को उडिशा के पूरी मे हुआ था | उन्होंने कटक मे रेनशी कॉलेज से जूलॉजी मे स्त्रातक की डिग्री प्राप्ता की और उसके बाद उत्कल विश्वाविदयालय से स्त्रातकोत्तर पूरा किया था |


        माधव च्रद दाश ने सन 1970 मे केंग के मार्गदर्शन मे कैलगरी विश्वाविदयालय से डॉक्टरेट की पीएचडी उपाधि प्राप्ता कि थी | रॉकी माउंटेन फॉरेस्टा सोइल्सा एनोलिट्राइडे यह उनके परिस्थितिकी थीसिस का शीर्षक था | अपनी पीएचडी पुरी करने के बाद, वह भारत लौट आए |


कार्य :


        परिस्थितिकी सरंक्षण, जीवविज्ञान पर्यावरण प्रदूषण के कार्य के लिए उन्हे जाना जाता है | माधव चंद्र भारत आने के बाद उन्होंने उडीसा रजया मे जैविक विज्ञान को विकसित करने मे मदद की है | डैश ने संबलपूर विश्वाविदयालय मे 1973 से 1997 तक स्कूल ऑफ लाइफ साइंसेस मे इकोलॉजी की पढाई की और विभाग के विस्तार मे महत्वापूर्ण भूमिका निभाई वह 1975 मे प्रोफेसर बने और सन 1974 से 1987 तक विभाग के प्रमूख के रुप मे कार्यरित रहे |


        उन्होंने 41 डॉक्टरेट छात्रों और कई मास्टार्स छात्रों को मार्गदर्शन प्रदान करने मे महत्वापूर्ण भूमिका निभाई है | कैश ने वर्मटिक्नोलॉजी मुद्रा परिस्थितीकी, समुद्री कुछूओ के संरक्षण, जनसंख्या जीवविज्ञान मात्रात्क परिस्थीतीकी मिटटी के ऑलिगॉचेट के ऊर्जावन, उभचर के लार्वा ऊर्जावान, पर्यावरण प्रदूषण औरइसके न्यूनीकरण के लिए अग्रणी कार्य किया है | उन्होंने विशेषरुप से लोहे के संबंध मे पर्यावरण संबंध मे पर्यावरण प्रदूषण पर काम किया है |


        सन 1995 से सन 1997 तक डॉ दाश पया्रवरण और वन मंत्रालय, भारत सरकार नई दिल्ली के खनन परियोजनओं के इंआईए और इेएमपी के लिए राष्ट्रीय विशेषज्ञ समिती के पूर्व सदस्या थे | डॅा उैश ने विश्वाविदयालय नई दिल्ली कई केंद्रो पर डाउन ग्राउंड बायोविविधता के लिए संरक्षण और स्थायी प्रबंधन पर 2007 से 2009 तक कार्यक्रम के दुसरे चरण मे भी योगदान दिया है | वह 2002 से 2007 से राष्ट्रीय मुल्यांकन और प्रतयायन परिषद यूजीसी बैंगलोर से कॉलेजों और विश्वाविदयालयों की विजेताग टीम के अध्याक्ष थे |


        दाश ने परिस्थिती और पर्यावरण्ं विज्ञान, ईआईए और ईएमपी आदि मे 15 प्रमूख अनुसंधान परियोजनाओं का नेतृत्वा किया है |दाश उडीसा विधान सभा उडीसा सरकार की 2005 से हाऊस कमेटी ऑन एनवायरनमेंट के विशेषज्ञ सलाहकार है |


उपलब्धि :


पूरस्कार सम्मान :


1) दाश को सन 1991 मे उडीसा राजया सरकार व्दारा जीवन विज्ञान अनुसंधान के अपने मौलिकयोगदान के लिए सर्वोच्चा वैज्ञानिक सम्मान सामंत चंद्रशेखर पूरस्कार से सम्मानित किया गया |

2) वह नैशनल इंस्टीटयूट ऑफ इकोनॉमी नई दिल्ली भारत के लिए साथी है |

3) भारतीय केंचूओं की दो प्रजातियों को उवके नाम पर सिंदूरदान के क्षेत्र मे उनके योगदान के लिए नामित कीया गया है |


पूस्तके :


1) फन्डामेंटल ऑफ इकोलॉजी यह पूस्ताक डेश लिखित है |

2) माधव चंद्र दाश लिखीत पुस्तक इकोलॉजी केमेस्ट्री एंन्ड मॅनेजमेन्ट ऑफ एनवाइरमेंन्टल पोलुशन प्रख्यात है |