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नाम : गायत्री हसन
जनम तिथी : 19 नवंबर 1956
ठिकाण : भारत
व्यावसाय : वैज्ञानिक
प्रारंभिक जीवनी :
गायत्री हसन का जनम 19 नवंबर 1956 केा भारत मे हुआ था | हसन ने एक बच्चे के रुप मे अलीगढ मे पढाई कि थी | उसके माता पिता विश्वाविदयालय मे पढाते थे | और उसकी दो बहनों ने रसायन विज्ञान और भौतिकी का अध्यायन किया था | उन्हेांने 1976 मे मिरांडा हाऊस दिल्ली विश्वाविदयालय से प्राणी विज्ञान मे बीएससी स्त्रातक किया था |
उन्हेांने 1979 मे जीवन विज्ञान और एमफिल मे एमएससी पूरा किया था 1980 मे जवाहरलाल नेहरु विश्वाविदयालय दिल्ली से और 1982 मे उन्होंने कैम्ब्रिज विश्वाविदयालय से ट्रिपैनोसोमा ब्रूसी के राइबोसोमल आरएनए जीव पर शोध प्रबंध के लिए पीएचडी के लिए विश्वविदयालयेां मे आवेदन कर रही थी | तब उसे पहली बार एहसास हुआ कि अल्पसंख्यांक होने से भेंदभाव हो सकता है |
कार्य :
गायत्री हसन एक भारतीय वैज्ञानिक है | जो आवविक जीवविज्ञानी अनूवंशिकि तांत्रिका विज्ञान और सेल सिग्नलिंग के क्षेत्र मे शोध करते है | 2013 के बाद से वह नेशनल सेंटर फॉर बायोलॉजिकल साइंसेज एनसीबीएस बैंगलोर मे एक वरिष्ठ प्रोफेसर के रुप मे सेवा कर रही है |
वह जानवरों मे इंट्रासेल्यूलर कैल्शियम के स्तार मे परिवर्तन के प्रणालिगत और सेलूलर परिणामों पर शोध करती है | 1983 मे मुंबई मे टाटा इंस्टीटयूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च टीआयएफआर मे हसन आणविक जीवविज्ञान इकाई मे एक साथी और अनूसंधान सहयोगी के रुप मे शामिल हुए थी | वह 1992 मे ब्रैडिस यूनिवर्सिटी मैसाचूसेटस मे जीव विज्ञान विीााग मे एक विजीटिंग साइंटिस्टा थी |
पूरस्कार और सम्मान :
1) हसन को इनलैक्सा फाउंडेशनएक ब्रिटीश ओवरसीज रिसर्च स्टूडेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया |
2) बेलकम ट्रस्टा कैरियर फेलोशिप और एक रॉकफेलर बायोटेक्नोलॉजी कैरियर से छात्रवृत्ति मिला है |
3) 2006 मे, वह एशिया प्रशांत आणविक जीवविज्ञान वर्क के सदसया के रुप मे भारतीय विज्ञान अकादमी बैंगलोर और 2007 मे फेलो चुनी गई |
4) वह भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी INSA कि साथी भी है |