Advertisement
नाम : भामा श्रीनिवासन
जन्म दि: 22 अप्रैल 1935 आयू 84
ठिकाण : मद्रास, भारत
व्यावसाय : गणितज्ञ
प्रारंभिक जीवनी :
भामा श्रीनिवास का जन्म 22 अप्रैल 1935को मद्रास मे हुआ था | उन्होंने मद्रास विश्वाविदयालय मे भाग लिया था | जहाँ उन्होंने 1954 मे कला स्त्रातक कि उपाधि और 1955 मे विज्ञान कि डिग्री प्राप्ता कि थी | उन्होंने अपने डॉक्टरी अध्यायन के लिए इंग्लैड कि यात्रा कि थी | वह 1964 मे 1960 तक किले विश्वाविदनलय मे गणित मे व्याख्याता के रुप मे अपने पेशेवर अकादमिक कैरियर कि शुरुआत करने के लिए इंग्लैंड मे रही थी |
उन्होंने 1966 से 1967 तक कनाडा कि राष्ट्रीय अनुसंधान परिषाद के माध्याम से ब्रिटीश कोलंबिया विश्वाविदघ्यालय मे पोस्ट डॉक्टरल फैलोशिप प्राप्त कि थी | 1966 से 1970 तक उनके अल्मा मेटर मद्रास विश्वाविघ्यालय के रानानुजन इंस्टीटयूट ऑफ मैथमेटिक्सा मे पढाने के लिए भारत लौट आए थे |
कार्य :
भामा श्रीनिवासन एक गणितज्ञ है | जो परिमित समुहों के प्रतिनिधीत्वा सिध्दांत मे अपने काम के लिए जाने जाते है | उन्होंने 1981 से 1983 तक गणित मे महिलाओं के लिए एसोसिएशन कि अध्याक्ष के रुप मे कार्य किया था | उन्होंने पीएचडी भौतिकी मे 1959 मे मैनचेस्टार विश्वाविघ्यालय मे जेए ग्रीन के तहत परिमिती समुहों के मॉडयूलर प्रतिनिधियों पर उनकी शोध संबंधी समस्याएँ है | वह वर्तमान मे शिकागो मे इलिनोइस विश्वाविघ्यालय मे प्रोफेसर है | उसके पास पांच डॉक्टरल छात्र है | उसने पॉल फोंग के साथ मॉडयूलर प्रतिनिधित्वा सिध्दांत और डेलिग्ने लुसस्टैग सिध्दांत मे कई पत्रों का सहलेखन किया है |
श्रीनिवासन ने अपने पूरे करियर मे अपने क्षेत्र मे अलग पहचान बनाई है | श्रीनिवासन तब संयुक्त राजया अमेरिका मे आ गए जहाँ उन्होंने एक सहयोगी प्रोफेसर के रुप मे मैसाचुसेटस के वॉर्सेस्टार मे क्लार्क विश्वाविघ्यालय मे अगले दशक तक पढाया था | 1977 मे वह, संयुक्त राजया अमेरिका कि एक स्वाभाविक नागरिक बन गई थी | उस वर्षे वह प्रिंसटन मे इंस्टीटयूट फॉर एडवांस्ड स्टडीज कि सदस्या थी |1980 मे उन्होंने शिकागो सर्कल परिसर मे गणित के प्रोफेसर के रुप इलिनोइस विश्वाविदयालय मे अपने लंबे समय के कार्यकाल शुरुआत कि थी |
जनवरी 1979 मे , उन्होने बिलोक्सी मिसिसीपी मे संयुक्त गणित बैठक मे अमेरिकि गणितीय सोसायटी एएमएस को आमंत्रित फर दिया था | उन्हें पेरिस मे इकोले नॉर्मले सुपरिच्योर, जर्मनी मे एस्सेन विश्वाविघ्यालय सिडनी विश्वाविदयालय और जपान मे टोक्यो के विज्ञान विश्वाविदयालय मे अंतराष्ट्रीय स्तर पर विजिटिंग प्रोफेसरों को भरने लिए आमंत्रित किया गया है | उन्होंने अपने क्षैत्र मे पत्रिकाओं के लिए एक संपादक के रुप मे काम किया है | 1994 तक उन्होंने एएमएस कि संपादकिया बोर्ड समिती के काम किया था |
श्रीनिवासन ने पॉल फोंग के साथ लाइ प्रकार के परिमित समूहों मे सहयोग किया था | और यह कार्य व्कांटम समुहों पर लुसटैगिग के अनुसंधान से जुडा हुआ है | यघपि श्रिनिवासन आम तौर पर शुध्द गणितीय अनुसंधान कि वकालत करते है | लेकिनन सभी गणित के लिए व्यवहारिक अनुप्रयोग खोजने के प्रयोजन का विरोध करते हुए, वह फिर भी भौतिकी के लिए अपने शोध के आवेदन से उत्साहित हो गए थे |
पूरस्कार और सम्मान :
1) 2012 मे वह अमेरिकन मैथमैटिकल सेासायटी कि साथी बनी थी |
2) 2012 मे उनहें उदघाटन वर्ग मे एसोसिएशन फॉर वीमेन इन मैथमैटिक्सा के एक साथी के रुप मे चुना गया था |
पूस्तके :
1) परिमित सहानुभूति समूह एसपी 4,9 अमेरिकन मैथमेटिकल सोसायटी के लेन देन|
2) परिमित चेवली समूह के प्रतिनिधी एक सर्वक्षण|
3) परिमिती सामन्या रेखीय और एकात्मक समुहो के ब्लाँक