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नाम : अनिल कालुभाई भारव्दाज
जन्म दि : 1 जून 1967
ठिकाण : मुरसान, अलीगढ जिला, उत्त्र प्रदेश
व्यवसाय : खगोल वैज्ञानिक
प्रारंभिक जिवनी :
अनिल भारव्दाज इनका जन्म 1 जून 1967 मे मूरसान गाँव मे हुआ था | भारव्दाज ने गणित, सांख्यिकी की और भौतिकी मे ऑनर्स के साथ स्त्रातक किया था | उन्होंने लखनऊ विश्वाविदयालय से भौतिकी में मास्टार ऑफ सांइस की डिग्री हासिल की | उन्होंने 1992 मे द इंडियन इंस्टीटयूट ऑफ टेक्नोंलॉजी, बनारस हिंदू युनिवर्सिटी, वाराणसी से एप्लाइड फिजिक्सा प्लैनेटरी एंड स्पेस साइंस मे डॉक्टारेट की उपाधि प्राप्ता की थी |
कार्य :
अनिल भारव्दाज एक भारतीय खगोल वैज्ञानिक है | वह भौतिक अनुसंधान प्रयोगशाला के निदेशक है | जो भारत के अहमदाबाद मे भारत सरकार के अंतरिक्ष विभाग की एक इकाई है | उन्होंने जनवरी से मार्शल स्पेस फलाइट सेंटर, हंटसविले, अलबामा मे काम किया था | वह इंटरनेशनल एकेडमी ऑफ एस्ट्रोनॉटिक्सा एंड इंटरनेशनल एस्ट्रोनॉमिकल यूनियन के सदस्या है |
भारव्दाज COSPAR, SCOSTEP और URSI के लिए INSA ICSU समिति के सदस्या और COSPAR आयोग B के उपाध्याक्ष है | वह भारत मे ग्रहों और आंतरिक्ष विज्ञान अनुसंधान और भविष्या के ग्रहों के मिशन पर ISRO और राष्ट्रीय स्तार की समितियों के सदस्या है | भारव्दाज ने सौर मंडल के एनसाइक्लोपिडिया के लिए एक अध्याय लिया 2007:2014 मे संशोधित 6 पुस्ताकों का संपादन किया है | और आंतर्राष्ट्रीय पत्रिकाओं के लिए आमंत्रित समीक्षाएं लिखि, जिसमे भूभौतिकी की समीक्षाएं भी शामिल है | और आंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं के विशेष मुघों के अतिथी संपादक भी रहे है|
भारव्दाज के अनुसंधान के हितों मे ग्रहों की सतहों वायूमंडल, आयनोंस्फियर और उनके युग्मान केा मैग्नेटोस्फेरिक प्लाजमा और हवा के साथ सैध्दांतिक और अवलोकन संबंधी अध्यायन शामिल है | वह नासा के चंद्रा एक्सा रे वेधशाला और हबल स्पेस टेलीस्कोप के साथ कई अवलोकन कार्यक्रमों पर प्रधान अन्वेषक और सह अन्वेवक थे |
पुरस्कार और सम्मान :
1) भारव्दाज के 2007 में शाति स्वरुप भटनागर पुरस्कार के प्राप्ताकर्ता थे |
2) उन्हें 2003 मे यू एस नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज व्दारा NRC वरिष्ठा अनुसंधान संघ से सम्मानित किया गया था |
3) उन्हे 1996 मे संयुक्त राष्ट्रा के बाहरी अंतरिक्ष मामलों के कार्याकाल, वियना, ऑस्ट्रिया व्दारा फेलोशिप से सम्मानित किया गया था |
4) वह भारतीय विज्ञान अकादमी बैगलोर के फेलो है |
5) उन्हें 2000 मे चंद्रयान – 1 विज्ञान और मिशन के लिए इसरों टीम एक्सीलेंस अवार्ड मिला था |
6) 2012 में इसरों मेरिट अवार्ड से सम्मानित किया गया है |
7) उन्हें फेरल एकेडमी ऑफ सांइंसेज के नेहरु शताब्दी व्याख्यान 2007 ग्रहों के विज्ञान के प्रतिष्ठित व्याख्यान AOGS जपान 2014 और PR Pishroty मेमोरियल व्याख्यान केरल, विज्ञान काँग्रेस 2015 से सम्मानित किया गया है |
8) उन्हें 2015 में भारतीय प्रौघोंगिकी संस्थान BHU का प्रतिष्ठित पूर्व छात्र पूरस्कार मिला था |
9) 2016 में आंतर्राष्ट्रीय INSA Vainu बापू स्मारक पूरस्कार से सम्मानित किया गया है |
10) उन्होंने 2016 मे भौतिक विज्ञान श्रेणी मे इन्फोसिस पूरस्कार जीता है |