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अन्यवैज्ञानिकSCIENTIST

अमिताव मलिक की जीवनी - Biography of Amitav Malik in hindi jivani

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नाम : अमिताव मलिक

ठिकाण : भारत

व्यावसाय : रक्षा प्रौघोगिकी विद


प्रारंभिक जीवन :


        अमिताव मलिक एक भारतीय रक्षा प्रौघोगिकीविद और लेजर विज्ञान और प्रौघोगिकी केंद्रा अनुसंधान और विकास संगठन DRDO भारत के संस्थापक निदेशक है , जो रक्षा प्रणाली के डिजाइन और विकास के अपनी विशेषज्ञता के लिए जाने जाते है | वे भारतीय के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड के सलाहकार है | और वाशिंगटन डी सी मे ाारत के दूतावास मे रक्षा प्रौघोगिकी के पूर्व सलाहाकार है | 


        21 वी सदी मे रक्षा प्रौघोगिकी, प्रौघोगिकी और सुरक्षा पर एक पुस्तक के लेख ए डिमांड साइड पर्सपेक्टिव, और 50 से अधिक तकनीकी कागजात और रक्षा प्रौघोगिकी पर 100 से अधिक वर्गिकृत विश्लेषण दस्तावेजो, मलिक को सरकार व्दारा सम्मानित किया गया था |


पूरस्कार और सम्मान :


1) 2002 मे पदमश्री के चौथे सर्वोच्च् भारतीय नागरीक पूरस्कार से सम्मानित |


कार्य :


        प्रोफेसर अमिताव मलिक 1966 से एक शोध वैज्ञानिक रहे है | दिल्ली के सॉलिड स्टेट फिजिक्सा लेबोरेटरी मे उनका काम, गैस लेजरों के विकास मे सहायक था | 1975:85 मे वे पूणे के इंस्टीटयूट ऑफ अर्मामेंट टेक्नोलॉजी मे इलेक्ट्रॉनिक्सा के प्रोफेसर थे | 1985 मे उन्होने डिफेंस साइंस सेंटर दिल्ली मे काम किया | 1988:94 मे वे वाशिंगटन डी सी मे भारतीय दूतावास मे सलाहकार प्रौघोगिकी के सलाहकार थै | 


        और बाद मे उन्होंने भारतीय रक्षा मंत्रालय के लिए काम किया | वह 1996 मे रक्षा विज्ञान केंद्र के निदेशक ब ने और लेजर साइंस एंड टेक्नोलॉजी सेंटर की स्थापना की | उन्होने कई तकनीकी और विश्लेषण पत्र और रिपोर्ट लिेखे है और 2003 से भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड के सदस्या है |  


पुस्तके :


1) 21 वी सदी के प्रौघोगिकी और सुरक्षा एक मांग पक्ष परिप्रेक्ष्या SIPRI अनुसंधान रिपोर्ट

2) अंतर्राष्ट्रीय मामलों मे प्रौघोगिकी की भूमिका

3) रिन्यूएबल एनर्जी टेक्नोलॉजीज डिस्ट्रीब्यूटेड पावर जेनरेशन पर विशेष फोकस भारत मे ग्रामीण क्षेत्र के अनुप्रयोगो के लिए संभावित

4) अंतरिक्ष सुरक्षा

5) भारतीय विज्ञान और प्रौघोगिकी