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नाम : अमलेंदू कृष्णा
जन्म दि : 2 अगस्त 1971
ठिकाण : मधुवनी, बिहार
व्यावसाय : गणितज्ञ
प्रारंभिक जीवनी :
अमलेंद्रू कृष्णा मधुबनी, बिहार से है , जहाँ उन्होने अपरी स्कूली शिक्षा की थी | वहॉ के इंजीनियरीग छात्रों के नौकरी केंद्रीत फोकस मे मोहभंग होने के बाद वह आईआईटी कानपूर से बाहर हो गए | उन्होने कोलकता मे भारतीय सांख्यिकि संस्थान मे प्रवेश लिया | 1996 मे स्त्रातकोत्तार अध्यायन पूरा करने के बाद, वह पीएचडी की पढाई करने के लिए TIFR मे शामिल हो गए | उन्होने 2001 मे बासुदेवन श्रीनिवास की देखरेख मे TIFR से अपनी पीएचडी पूरी की |
2000:2004 के दौरान वे लॉस एंलिल्सा के कैलिफोर्निया विश्वाविदयालय मे हेड्रिक असिस्टेंट प्रेफेसर थे, और 2004:2005 के दौरान प्रिसंटन युनिवर्सिटी मे इंस्टीटयूट फॉर एवडवंस्डा स्टडी मे थे | 2005 मे वह एक संकाय के रुप मे टी आईएफआर मे लौंट आए और बने रहे |
कार्य :
2015 मे ICTP रामानुजन के प्राप्ताकर्ता थे | विकाससहित देशो के युवा गणितज्ञों के लिए ICTP रामानुजन पूरस्कार को अंतरर्राष्ट्रीय केंद्र व्दारा सैध्दांतिक भौतिकी, ट्राइस्टे, इटली व्दारा प्रतिवर्ष प्रदान किया जाता है | ओर इसका नाम श्रीनिवास रामानुजन विभाग के संयुक्ता रुप से रखा जाता है | अलग अलग विलक्षणताओं के साथ बीजीय किस्मों पर चक्र प्रभावी ढंग से डेस्टीग्युरल्सझोशन पर आंधारित अध्यायन के लिए उनके अध्यायन को कम करता है |
साथ ही साथ असाधारण विभाजकों के गुणको के बारे मे, जानकारी के साथ यह कई मामलों मे बीजीय विविधता पर चक्रों के चो समुह की पूर्ण गणना की अनुमति देता है | तर्कसंगत किस्मों या शंकु के मामले की तरह | लेवाइन के साथ शरुआत मे काम करना, और बाद मे पार्क के साथ, कृष्णा ने मूल निर्माण ओ का निर्माण किया पूर्ण सिध्दांत मे योजक चाड समुहो पर बलोच एस्त्रॉल्टा इसमे मूलभुत गुणो को साबित करना शामिल है |
जैसे की कंट्रोवेरियंट फंक्श्ंनविटी और प्रोजेक्टाइल बंडल फॉमूला साथ ही साथ एडिटिस पर सामान्या उच्चा चो समुहों की एक कार्यवाई का निर्माण करना | स्कूल ऑफ नैथमैटिक्सा मे एक भारतीय गणितज्ञ उन्हें बीजगणितीय चक्र सिध्दांत के लिए जाना जाता है | डॉ. कृष्णा ने के सिध्दांत अतियाह के एनालाँग के सबूत सहगल पूर्णता प्रमेय और बलोच श्रीनिवास अनुमान के समाधान मे उत्कूष्टा योगदान दिया है |
पूरस्कार और सम्मान :
1) उन्हे विज्ञान और प्रौघोगिकी के लिए शांति स्वरुप भटनागर पुरस्कार से सम्मानित किया गया, वर्षे 2016 मे गणितीय विज्ञान श्रेणी मे विज्ञान, गणित और प्रौघोगिकी मे उत्कृष्टाता के लिए भारत का सर्वोच्चा पूरस्कार |
2) वे वर्षे 2015 मे ICTP रामानुजन पुरस्कार के प्राप्ताकर्ता थे | विकसनशीलता देशो के युवा गणितज्ञों के लिए ICTP रामानुजन पूरस्कार को अंतर्राष्ट्रीय केंद्र व्दारा सैध्दांतिक भौतिकी, हाइस्टे, इटली व्दारा प्रतिवर्षे प्रदान किया जाता है