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नाम : अमिताभ जोशी
जन्म दि : 4 मार्च 1968 उम्र 54
ठिकाण : आग्रा, भारत
पिता : दत्ता जोशी
व्यावसाय : जीवविज्ञानी
प्रारंभिक जीवनी :
जोशी का जन्म 4 मार्च 1965 को भारतीय शहर आगरा मे देवी और दत्ता जोशी निर्मला के घर हुआ था | उन्होंने अपना स्त्रातक वनस्पति विज्ञान मे बीएससी ऑनर्स 1988 और दिल्ली विश्वाविदयालय से मास्टार की पढाई जेनेटिक्सा मे एम एस सी 198 की और वाशिग्टान स्टेट युनिवर्सिटी चले गए जहाँ से उन्होंने 1993 मे जॉन एन के मार्गदर्श्ंन मे पीएचडी की उपाधि प्राप्ता की | थॉम्पासन और माइकल ई मूडी उनकी पीएचडी थीसिस को सोफिला प्रजातियों के बीच प्रतिस्पार्धा मे Coevolution और भिन्नता शिर्षक दिया गया था मूडी के साथ उनके सहयोग ने जर्नल ऑफ थियोरेटिकल बायोलॉजी मे प्रकाशित कई लेख लोटाए |
इस अवधि के दौरान, उन्होंने एक शोध सहायक और विश्वाविदयालय मे एक शिक्षक सहायक 1987:9 के रुप मे भी काम किया वह 1996 तक अमेरिका मे रहा औरलाखल और एडल्टा पर फल फूलने वाली एडाप्टेशन पर अपनी पोस्टाडॉक्टरल की पढाई पूरी करने के लिए केथ्लफोर्निया विश्वाविदयालय के लॉरेंस डी मूलर की प्रयोगशाला मे इर्विन मे उडगया और भारत मे एक आगुतंक के रुप मे काम करने के लिए वापस लौटा | एक महिने के लिए भारतीय विज्ञान संस्थान के परिस्थिति विज्ञान केंद्र अगस्ता 1996 मे वह जवाहरलाल नेहरु सेंटर फॉर एडवांस्डा साइंटिफिक रिसर्च मे पशू व्यवहार इकाई मे स्थानांतरित हो गए, जहाँ वे एक संकाय साथी 1999:2001 से रैंक मे आए |
एक एसोसिएट प्रोफेसर 2007 मे एक प्रोफेसर की स्थिति तक पहूँचने हुए | वह संस्था की इवोल्यूशनरी बायोलॉजी लेबोरेटरी का प्रमूख होता है | जहाँ वह कई शोध विव्दानों की मेजवानी करता है बीच मे उन्होंने 2001 मे बर्लिन इंस्टीटयूट फॉर एडवांस्डा स्टाडी मे एक विजिटिंग फैकल्टी के रुप मे कार्य किया वह इंडियन इंस्टीटयूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च, मोहाली के सहायक अध्यापक भी है और कर्नाटक के बेंगलुरु मे रहते है |
कार्य :
एक भारतीय विकासवादी जीवविज्ञानी आनुवंशिकी विद और जवाहरलाल नेहरु सेंटर फॉर एडवांस्डा साइंटिफिक रिसर्च INGASR मे एक प्रोफेसर है | जोशी ड्रोसोफिला पर अपने शुरुआती शोध जारी रखते है , लेकिन अब उन्होंने कंप्यूटर सिमुलेशन का उपयोग करके अपने विकास अध्यायन को सैध्दांतिक काम के साथ जोड दिया है उनके शोध जीवों और उनकी परिस्थीतिकी के अनुवंशिकी और उनके विकास पथ मे इन कारकों के प्रभाव के बीच अंतर संबंधों पर केंद्रीत है | उनकी प्रयोगशाला विभिन्ना विकासवादी पहलुओं का अध्यायन करती है |
जैसे विकास की जांच उनके शोधो को कई लेखो के माध्याम से प्रलेखित किया गया है , और उनमे से कई को कई प्रमूख ऑनलाइन लेख रिपॉजिटरी व्दारा सूचिबध्दा किया गया है | जैसे की Goog;e विव्दान, रिसर्चगेट आकादमीक ट्री और Pubfacts उन्होंने अपनी पोस्टा डॉक्टोरल गाइड, लॉरेंस डी म्यूलर के सहलेखक स्टैब्लिटी इन मॉडल पॉपुलेशन भी प्रकाशित की है | वह भारतीय विज्ञान संस्थान मे डॉक्टरेट अध्यायन के आकाओं की सूची मे है और उन्होंने अपने शोध मे कई विव्दानों का मार्गदर्शन किया है |
जवाहरलाल नेहरु सेंटर फॉर एडवांस्डा साइंटिफिक रिसर्च में जोशी ने लाइफ साइंसेज के लिए स्क्रीनिग कमेटी के सदस्या के रुप मे काम किया है | और 1999 और 2000 मे समिति के संयोजक के रुप मे बैठे है वे अकादमिक सलाहकार समिति के पूर्व सदस्या है | Osro Ias कार्यक्रम उत्पाति और जिवन के विकास पर चर्चा बैठक के समन्वयक थे | और विकासवाद और जिवविज्ञान दिल्ली पर चार दिवसीय व्याख्यान कार्यक्रम विश्वाविदयालय 2002 वह दिल्ली विश्वाविदयालय के अंडरग्रेजूएट साइंस प्रोग्राम 2002:04 के पुनर्गठन के लिए कुलपति की अधिकार प्राप्ती समिति के पूर्व सदस्या है |
पूरस्कार और सम्मान :
1) जोशी को 1997 मे तीन साल की अवधि के लिए इंडियन एकेडमी ऑफ साइंसेज व्दारा एक युवा एसोसिएट के रुप मे चुना गया था और 2001 मे इसके साथी के रुप चुना गया था |
2) उन्हें बर्लिन इंस्टीटयूट फॉर एडवांस्डा स्टडी के रुप मे चुना गया था | ड्रो सोफिला मे लाइफ हिस्ट्री इवोल्यूशन उन्हें 2002 मे भारत के राष्ट्रीय विज्ञान और औघोगिक अनुसंधान मे चुना गया और वैज्ञानिक और औघोगिक अनुसंधान परिषद
3) उन्हें उनके योगदान के लिए 2009 मे सर्वोच्चा भारतीय विज्ञान पूरस्कारों मे से एक शांति स्वारुप भटनागर पूरस्कार से सम्मानित किया |
4) एक जेसी बोस राष्ट्रीय साथी, जोशी को 2010 मे लक्ष्मीपत सिंधानिया अकादमी आइआईएम लखनऊ के राष्ट्रीय नेतृत्वा पुरस्कार के लिए चुना गया |
5) 2011 मे भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी ने उन्हें एक साथी के रुप मे चुना