Advertisement
नाम : अजय कुमार सुद
जन्म दि : 26 जून 1951
व्यावसाय : भौतिक विज्ञानी, शोधकर्ता
प्रारंभिक जीवन :
अजय कुमार सूद का जन्म 26 जून 1951 को भारत के ग्वालियर मे हुआ था | उन्होंने पंजाब विश्वाविदयालय, चंदीगड से भौतिकी बी एस सी ऑनर्स मे स्त्रातक किया, और इसके बाद मास्टर डिग्री एम एस सी ऑनर्स एक साल बाद उसी विश्वाविदयालय से प्राप्ता की 1973 मे, वह इंदिया गांधी सेंटर फॉर एटॉमिक रिसर्च कलपक्काम मे एक वैज्ञानिक के रुप मे शामिल हुए, जहाँ उन्होंने 1988 तक काम किया | इस अवधि के दौरान, उन्होंने भारतीय विज्ञान संस्थान मे शोध के लिए दाखिला लिया, जहाँ से उन्होंने 1982 मे पी एच डी की उपाधि प्राप्त् की |
1983 से 1985 तक मैक्स प्लैंक इंस्टीटयूट फर्स्ट कोपरस्पॉन्गा, जर्मनी स्टाटगार्ट मे डॉक्टरेट शोध किया | सूद ने रमन बिखरने और नैनोटेक्नोलॉजी पर विशेष जोर देने के साथ कठोर संघनित पदार्थ और नरम संघनित पदार्थ भौतिकी पर गहन शोध किया है| उन्हें कई पथ तोडने वाले निष्कर्षा और अविष्कारों का श्रेय दिया गया है, जिन्हें दैनिक और वैज्ञानिक उपयोगों के लिए कहा जाता है | सूद 2003 में अपने प्रयोगों के माध्याम से, ठोस पदार्थो पर या नैनाटयूब के माध्याम से तरल पदार्थ पारित करके विदयूत संकेत उत्पन्न करता है ओर इस घटना को वैज्ञानिक दुनिया से सूद प्रभाव के रुप मे कहा है|
कार्य :
भारतीय विाान संस्थान ने डॉ. सूद को 1988 मे संस्थान मे एसोसिएट प्रोफेसर के पद की पेशकश की, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया | 1994 में, उन्हें IISC मे भौतिकी विभाग के प्रोफेसर के रुप मे पदोन्न्त किया गया था | चार साल बाद वह शारीरीक और गणितिय विज्ञान, IISC के प्रयोग के अध्याक्षा के पद तक पहूंचे जिसे उन्होंने 200, तक आयोजित किया |
सूद की इस पद पर असीन रहे है 1993 से जवाहरलाल नेहरु सेंटर फॉर एडवांस साइंटिफिक रिसर्च, बेंगलूरु मे मानद प्रोफेसर सूद कई विज्ञान अकादमियों और भारतिय विज्ञान अकादमी FASC 1991, इंडियन नेशनल साइंस एकेडमी FNA 1996 द वर्ल्ड एकेडमी ऑफ साइंसेज FTWAS जैसे संरचनों के साथी है | 2002 और नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज ाारत FNASC 1995 और वैज्ञानिक और औघेागिक अनुसंधान परिषद की भटनागर अध्यक्ष रहे है |
सून ने 2009 से 2014 तक भारत के प्रधानमंत्री को वैज्ञानिक सलहकार समिति मे भी काम किया है और राष्ट्रीय भौतिक प्रयोगशाला नई दिल्ली के अध्याक्ष है | सूद को 2015 में रॉयल सोसाइटी FRS का फेलो चूनागया था | ग्राफीन और नैनोटेक्नोलॉजी पर वह भारतीय विज्ञान संस्थान, बैंगलोर मे भौतिकी के प्रतिष्ठित मानद प्रोफेसर है |
पूरस्कार और सम्मान :
1) सूद कई पूरस्कारों और सम्मनों के प्राप्तकर्ता है | उन्हें 1990 मे भारत सरकार व्दारा शांति स्वरुप भटनागर पूरस्कार से सम्मानित किया गया था |
2) 2013 मे भारत सरकार ने चौथे सर्वोच्च् नागरिक पूरस्कार, पदमश्री के साथ इसका अनुसरण किया|
3) थर्ड वर्ल्ड एकेडमी ऑफ साइंसेज TWAS ने 2000 मे भौतिक विज्ञान मे TWAS पूरस्कार प्रदान करके सूद की सेवाओं को मान्यता दी | उसी वर्ष उन्हें चार और पूरस्कार मिले |
4) जि डी बिडला साइंस अवार्ड
5) फेडरेशन ऑफ इंडियन चेंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री फिक्की अवार्ड
6) मटेरियल रिसच्र सोसाइटी इंडिया मेउल
7) मिलेनयिम गोल्ड मेडल ऑफ इंडियन साइंस कांग्रेस
8) दो साल बाद 2002 मे उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी का होमी जहांगीर भाभा पदक प्राप्प् किया |
9) अगले वर्षे 2003 में, उन्हें इंडियन इंस्टीटयूट ऑफ साइंस IISC के एलुमनी अवार्ड फॉर एक्सीलेंस फॉर रिसर्च इन साइंस के लिए चुना गया |
10) तीन और पूरस्कार उसी वर्षे आए जैसे की,
1) भारतीय विज्ञान कांग्रेस का एन एन सहा जन्म शताब्दी पूरस्कार
2) सर सी वी रमन पूरस्कार विश्वाविदयालय अनुदान आयोग
3) और भौतिकी मे गोयल पूरस्कार से सम्मानित किया गया |
11) DAE राजा रमन्ना अवार्ड – जवाहरलाल नेहरु सेंटर फॉर एडवांस्डा साइंटिफिक रिसर्च – 2005
12) नैनो विज्ञान और नैनो प्रोघोगिकी मे राष्ट्रीय पूरस्कार भारत सरकार 2006
13) लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड : पंजाब विश्वाविदयालय, चंदीगड 2006
14) भटनागर फैलोशिप – वैज्ञानिक और औधोगिक अनुसंधान परिषद 2007
15) विज्ञान रतन पूरस्कार : पंजाब विश्वाविदयालय चंदीगड 2010
16) विज्ञान और प्रोघोगिकी मे एच के फिरोदिया पूरस्कार
17) बैगलोंर नैनो अवार्ड कर्नाटक सरकार 2010
18) विज्ञान के लिए जी एम मोदी अवार्ड 2012
19) विज्ञान मे उत्कूष्टा योगदान के लिए भारतीय विज्ञान काँग्रेस पूरस्कार 2014
20) भौतिकी मे उत्कृष्टता के लिए आर डी बिडला पूरस्कार – भारतीय भौतिकी संघ 2014
पूस्तके :
सूद ने 290 से अधिक शोध लेख और पत्र राष्ट्रीय और आंतराष्ट्रीय साथियों की समीक्षा की गई पत्रकाओं में प्रकाशित किए गए है |
1) 8 वा 03 में फेनॉन हस्तक्षेप उच्च दबाव रमन अध्यायन
2) नेमाटिक हाइड्रोडयनामिक्स् मे स्पोटियोटेमोरल आरोचोस
3) कोलाइडल निलंबन मे लेजर प्रेरित ठाड के धनत्व् कार्यात्माक सिध्दांत
4) कार्बन नलिकाओं की संरचना और कंपन गुण
5) एकल दीवार कार्बन नौनोटयूब बंडलो टोर फुलरीन का दबाव व्यवहार रमन अध्यायन