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शिवराज रामशरण एक भारतीय वैज्ञानिक थे जिन्हे किस्टलोग्राफी के क्षेत्र मे उनके काम के लिए जाना जाता था | शिवराज रामशरण का जनम 10 अक्टूबर 1923 को भारत मे मद्रास शहर मे हुआ था उनका विवाहकौसल्या से हुआ था | कौसल्या बीएस श्रीनिवास शास्त्री भारतीय राजनीतिज्ञ कि पोती थी | उन्हेांने अपनी प्रारंभिक शिक्षा नागपूर से प्राप्ता कि थी |
उन्हेांने सन 1943 मे नागपूर विश्वाविघ्यालय से बीएसी ऑनर्स कि डिग्री प्राप्ता कि थी सन 1945 मे एमएससी कि उपाधी प्राप्ता कि थी | 1948 मे उन्हेांने आईआईएससी मे एसोसिएटशिप और 1949 मे नागपूर विश्वाविघ्यालय मे डीएससी कि उपाधि प्राप्ता कि थी | उन्हेांने सी वी रमन के तहत अपनी पीएचडी प्राप्ता कि है |
कार्य :
डॉक्टरेट पूरा करने के बाद उन्हेांने एक व्याख्याता के रुप मे भारतीय विज्ञान संस्थान मे काम किया था | उस समय उन्हेांने एक्स रे मे रुचि विकसित कि और राष्ट्रीय एयरोस्पेस प्रयोगशालाओं मे समग्री विज्ञान विभाग प्रभाग को बेहतर बनाने मे महत्वापूर्ण भूमिका निभाई थी | उन्हेांने भारतीय प्रौघोगिकी संस्थान मे प्रोफेसर के रुप मे काम किया है |
प्रो रामयश् न अपने करियर कि शूरुआत मे 1945 मे आयआएससी मे रिसर्च असिस्टंट के रुप मे काम किया था | फिर 1981 से 1984 के दौरान आयआयसीएस के निदेशक बने थे | 1949-1953 तक आयआयएससी मे लेक्चरर रहे है |
1953 से 1962मे वह असिस्टेंट प्राफेसर के रुप मे कार्यरत रहे थे | सन 1981 मे 1984 के दौरान वह डायरेक्टर रहे है | प्रोफ रमशरणने 1954 से 1955 तक ब्रूकलिन न्यूयॉर्क् के पॉलिटेक्निक संस्थान मे काम किया है | वह 1984 से 2003 मे रिसर्च इंस्टीटयूट मे मानद प्रतिष्ठित प्रोफेसर एमेरिटस रहे थे |
उपलब्धि :
पूरस्कार और सम्मान :
1) प्रो रामशरण को सन 1966 मे, भारत सरकार शांती स्वरुप भटनागर पूरस्कार से सम्मानित किया गया था |
2) सन 1980 मे रामशरण को वासविक पूरस्कार प्रापता हुआ था |
3) सन 1985मे उनहे आयएनएसए आर्यभटटा पदक प्रातपा हुआ था |
4) सन 1985 मे उन्हें भारत सरकारव्दारा पघभूषण पूरस्कार से सम्मानित किया गया था |
5) 1955 मे वह भारतीय विज्ञान अकादमी के फेलोरहे है |
6) सन 1972 मे उनहें इंडियन नेशनल साइंस अकादमी का फेलो चूना गया था |
पूस्तक/ग्रंथ :
1) सी व्ही रमन ॲण्ड साइंटीफीक पेपर्स ऑफ सी व्ही रमन सी रामशरण स्कॅटरींग ऑफ लाइट 1989|
2) सी रामशरण का बेंगलूरा मे 29 दिसंबर 2003 को निधन हुआ है |