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शहनाज हुसैन शहनाज हर्बल्स इकाई की सीईओ हैं। वह एक प्रमुख भारतीय महिला उद्यमी है जिन्हें अपने हर्बल सौंदर्य प्रसाधनों के लिए जाना जाता है जिनमें त्वचा की देखभाल के उत्पाद सबसे प्रमुख हैं। २००६ में उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया गया था जोकि भारत सरकार द्वारा दिया जाने वाला एक नागरिक पुरस्कार है। वर्ष १९९६ में उन्हें सफलता पत्रिका "विश्व की सबसे महान महिला उद्यमी" का पुरस्कार मिला था।
शहनाज हुसैन स्वर्गीय न्यायमूर्ति नसीरुल्लाह बेग की बेटी हैं जोकि इलाहाबाद उच्च न्यायालय के भूतपूर्व मुख्य न्यायधीश थे। उनके दादा, न्यायधीश समीउल्लाह बेग, संयुक्त प्रांत के एक प्रमुख मुस्लिम राजनीतिज्ञ थे, जिन्होंने बाद में हैदराबाद उच्च न्यायालय में मुख्य न्यायाधीश के रूप में अपनी सेवाएं प्रदान की। उनके चाचा, मिर्जा हमीदुल्लाह बेग, भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश थे, जिन्होंने न्यायमूर्ति एच आर खन्ना को पद पर विवादास्पद रूप से दबा दिया। उनकी शिक्षा ला मार्टीर्नियर,लखनऊ से हुई थी।
हाल ही में हार्वर्ड बिजनेस स्कूल की उभरते बाजारों की परियोजना के लिए दिए गये अपने साक्षात्कार में हुसैन ने अपने व्यापार की उत्पत्ति, बढ़ोतरी और विकास के बारे में बताया, कि कैसे सौंदर्य के प्रति उनके नवीन दृष्टिकोण ने उनके उत्पादों को वैश्विक सफलता दिलवाई है।
कैरियर
आधुनिक सौंदर्य प्रसाधनो में प्रायः रसायनों का उपयोग होता है जिनका शरीर पर बुरा असर पड़ता है। इसे देखते हुये शहनाज हुसैन ने आयुर्वेद का अध्ययन किया और इसके बाद लगभग दस वर्षों तक लंदन, पेरिस, न्यूयॉर्क और कॉपनहेगन के प्रतिष्ठित पॉर्लरों में प्राकृतिक सौंदर्य प्रणाली का प्रशिक्षण लिया। वर्ष 1977 में उन्होंने दिल्ली में अपने घर से ही शहनाज हर्बल्स की शुरुआत की। उन्हें शुरुआत से ही बहुत जबर्दस्त समर्थन मिला और वे अगले छह महीनों के लिए बुक हो गईं। पहले वे रोगी विशेष के लिये उपचार तैयार करती लेकिन जल्दी ही मुहांसे, झाई, त्वचा में नमी की कमी और एलोपेसिया यानि बालों को गिरने से रोकने के लिये विभिन्न उत्पाद बाजार में पेश किये।
नब्बे का दशक आते-आते शहनाज हुसैन के उत्पादों को इतना पसंद किया जाने लगा कि वे देश-दुनिया के सभी बड़े स्टोर्स पर बिकने लगे। सत्तर के दशक में उन्होंने सौन्दर्य विशेषज्ञों के वैश्विक सम्मेलन सिडेस्को में देश की नुमाइंदगी की और उन्हें एक दिन के लिये इस सम्मेलन की अध्यक्षता करने का मौका भी मिला| इस मौके का लाभ उठाते हुये उन्होंने पूरी दुनिया का ध्यान आयुर्वेद की ओर खींचने का प्रयास किया।
धीर॓-धीर॓ दुनिया भर में शहनाज हुसैन के सौंदर्य उत्पादों का डंका बजने लगा और लंदन के हैरोड्स से लेकर दुबई के सुल्तान स्टोर्स तक सब उनके उत्पाद बेचने के लिये तत्पर रहने लगे। शहनाज हुसैन ने अपने कारोबार को बढ़ाने के लिये फ्रेंचाइजी के तहत भारत और विदेशों में अपने एक्सक्लूसिव स्टोर्स खोले लेकिन गुणवत्ता पर नियंत्रण रखने के लिये वे अपने सभी फ्रेंचाइजी मालिकों को पहले प्रशिक्षण देतीं।
भारत में सौंदर्य चिकित्सा के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षण संस्थानों की आवश्यकता महसूस करते हुये शहनाज हुसैन ने ‘वूमैन्स वर्ल्ड इंटरनेशनल’ की स्थापना की। इसका मुख्य उद्देश्य शारीरिक संरचना, सौंदर्य, व्यक्तित्व विकास से लेकर सैलून प्रबंधन तक स भी विषयों पर प्रशिक्षण देना था। इसके बाद शहनाज़ ने पुरुष सौंदर्य के क्षेत्र में ‘मैन्स वर्ल्ड इंटरनेशनल’ भी शुरू किया।
शहनाज हुसैन हर्बल्स दो आर एंड डी केन्द्रों का संचालन करती है। इसके अलावा दिल्ली के पास दो औषधि उद्यान व फूलों के बाग भी हैं। शहनाज हुसैन हर्बल्स की खास बात यह है की कच्चे माल से लेकर प्रोसेसिंग और पैकेजिंग तक की पूरी प्रक्रिया में गुणवत्ता पर पूरा ध्यान दिया जाता है। इतने उत्पादों और विशाल कारोबार के बावजूद कंपनी कभी भी अपने उत्पादों का विज्ञापन नहीं करती। उनके अनुसार ‘ग्राहक संतोष सबसे बड़ा विज्ञापन है और मौखिक प्रचार ग्राहक के मन में विज्ञापन से भी अधिक भरोसा जगाता है।’
उन्होंने ऐसे उत्पाद बनाये जो कभी सिर्फ देश के आयुर्वेदिक केंद्रों में ही उपलब्ध थे। ये उत्पाद विदेशी स्पा से लेकर हर एक उपभोक्ता के हिसाब से ढल सकते थे| शहनाज हुसैन की कंपनी अब भारत, दुबई और लंदन के साथ-साथ दुनिया के अन्य देशों और शहरों में फैल गयी है। उनके उत्पाद आलीशान स्टोर सेल्फ्रिजेस में बिकते हैं और हार्ले स्ट्रीट में वह क्लीनिक चलाती हैं|
सम्मान और पुरस्कार
o सौंदर्य प्रसाधन सामग्री क्षेत्र की प्रमुख उद्यमी शहनाज हुसैन को आयुर्वेद को बढ़ावा देने के लिए दुनिया के कई देशों में सम्मानित किया गया है।
o ब्रिटेन में लायड्स टीएसबी जेवेल अवॉर्ड
o अमेरिका में ‘लियानार्दो द विंची डायमंड अवॉर्ड’
o जेनेवा में इंटरनेशनल स्टार अवॉर्ड :गुणवत्ता, हीरा उत्पाद खंड: प्रदान किया गया
o ‘द आर्क ऑफ़ यूरोप गोल्ड स्टार फॉर क्वालिटी अवार्ड’
o ‘वन ऑफ़ द लीडिंग वीमेन एन्त्रेप्रेंयूर्स ऑफ़ द वर्ल्ड’
o ‘द 2000 मिलेनियम मेडल ऑफ़ ऑनर’
o राजीव गांधी सद्भावना पुरस्कार
o वीमेन ऑफ़ द डिकेड अवार्ड 1983
o इमेज इंडिया अवार्ड 1985
o फिक्की आउटस्टैंडिंग वीमेन ऑफ़ द ईयर अवार्ड 1986