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प्रसिद्ध

एम. सुभद्रा नायर की जीवनी - Biography of M. Subhadra Nair in hindi jivani

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नाम : एम सुभद्रा नायर

जन्म : 21 जनवरी 1929

ठिकाण : इरिजालकुडा, त्रिशुर केरल

पति : गोपालकृष्णान नायर

व्यावसाय : स्त्रीरोग विशेषज्ञ सामाजिक कार्यकर्तो 


प्रारंभिक जीवन :


        एम सुभद्रा नायर भारतीय स्त्री रोग विशेषज्ञ, चिकित्सा शिक्षक और सामाजिक कार्यकर्ती थी | सुभद्रा का जन्म इरिजालकुडा, त्रिशुर के दक्षिण भारतीय राजया केरल मे हुआ था | उनके पिता का नाम कृष्णन फुटटी मेनन और माता का नाम डॉ.माधवी अम्मा है| सुभद्रा नायर ने इरिजालकुडा मे स्थीनीय स्कूल मे लगभग 3 साल की उम्र से ही अपनी स्कुली शिक्षा शुरु की 14 साल की कम उक्र मे हे उन्होंने मैट्रिक पास की थी इसिलीए उन्हे कम उक्र की वजह से परेशानीयॉ उठानी पडी और उन्होने फर केंद्रीय क्रिश्चियन कॉलेज, अलुवा मे प्रवेश लिया और प्री युनिवर्सिटी कोर्स पास किया | सुभद्रा ने महाराजा कॉलेज, एर्नाकुलम सें बीएससी कि डिग्री प्राप्ता कि | सन 1947 मे उन्होंने मद्रास मेडिकल कॉलेज मे प्रवेश लिया और वहॉ से वे एम बी बी एस हुई फीर केरल लौट आई |


कार्य :


        सुभद्रा नायर की कैरियर तिरुवनंतपूरम मे महिलाओं और ब्च्चों के लिए री अविटटम थिरुनल अस्पताल मे सहायक सर्जन के रुप मे शुरुवात हुई | जो की उस समय प्रारंभिक अवस्था मे था | सरकारी मेडिकल कॉलेज का हिस्सा था ऐसे मे कॉलेज बढाने के साथ सुभद्रा एक शिक्षक के रुप मे संकाय मे शामिल हुई |


        सुभद्रा नायर ने पटना और मद्रास श्विाविघ्यालयों से स्त्रीरोग और प्रसूति मे विशेषज्ञता के साथ स्त्रातकोत्तर उपाधि हासिल की और जाद ही रैक मे प्रसूती कि | डॉ.सूभद्रा नायर 1984 मे स्त्रीरोग और प्रसूति विभाग के प्रमूख के रुप मे स्त्रीरोग औरप्रसूती विभाग के प्रमूख रुप मे सरकारी सेवा से सेवानिवृत्ता लोगो की सहायता करने वाली धर्मार्थ संस्था के साथ अपना कार्य करना शुरु कर दिया |


        श्रीसत्या साई अनाथालय ट्रस्ट, तिरुवनंतपूरम के कार्यरत एक एनजीओ की गतिविधीयों की और आकर्षित हुई और ट्रस्टा की समाजिक गतिविधीयों पर अपना ध्यान केंद्रित करना शूरु किया | सूभद्रा नायर अपनी शूरुवात से ही साईग्राम के ट्रस्टी और कार्यकारी अध्याक्ष के रुप मे कार्यशीत है |


        वह अक्सार विभिन्ना लेटफार्मेा पर स्त्री रोग के विषयपर व्याख्यान देती है | संगठनव्दारा नायर ने गरीब प्रृष्ठभूमि लोगो को 200,000 से अधिक मुक्त डायलिसिस प्रदान किए है | अस्पताल तिरुवनंतपूरम मे वे सलाहकार सर्जन, वरिष्ठा सलाहकार सर्जन, अध्याक्ष के रुप मे कार्यरित रही थी |


उपलब्धि :


सम्मान/पूरस्कार :


1) भारत सरकार ने सुभद्रा नायर को सन 2014 मे चौथा सर्वोच्च् नागरिक पूरस्कार पघश्री से सम्मानित किया था |

2) राष्ट्रामंडल व्दारा फैलोशिप प्राप्ता हुई है |

3) नायर को विश्वा स्वास्था संगठन फैलोशिप भी मिली है |


पूस्तक :


1) गायनोकोलॉजी 101 चोडांगलम उथारनगलम यह एम नायर लिखित पूस्तक प्रसिध्दा है |

2) उन्होंने सथ्यसय बबचूड वचससकल भी एक विख्यात पुस्तक है |