Advertisement
नाम : लीला राम कुमार भार्गव
जन्म : 1920
ठिकाण : भारत
पति : मुंशी राम कुमार भार्गव
व्यावसाय : सामाजिक कार्यकर्ती स्वातंत्रता सेनानी
प्रारंभिक जीवन :
लीला राम कुमार भार्गव एक भारतीय स्त्रतंत्रता सेनानी और सामाजिक कार्यकर्ती थी | वह लखनऊ की रानी थी इसिलीए उनहे राणी लीला राम कुमार भार्गव कहा जाता है | वह भारतीय राष्ट्रीय क्रांग्रेस की पुर्वनेता भी रही थी | वह भारतीय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की सहयोगी थी |
उनकी शादी मुंशी नवल किशोर के परिवार मे हुई थी | जो कथीत तौर पर एशिया मे सबसे पुराने प्रिंटीग प्रेस के संस्थापक थे, नवल किशोर प्रेस और बुक डिपो सन 1938 मे लीला भार्गव का विवाह मुंशी नवल किशोर के प्रपौत्र राजा रामकुमार भार्गव के साथ हुआ था |
मुंशी रामकुमार भार्गव, परिवार की चौथी पीढी के सदस्या और लॉर्ड वेवेल से राजा के पद के धारक थे , जो भारत के वायसराय थे | उनके परिवार मे तीन पुत्र रणजीत भार्गव, लव भार्गव और पुत्री रीता सिंह है | उनके बेटे रंजीत भार्गव एक प्रसिध्दा पर्यावरणविदू है | रंजीत भार्गव को पघश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया है |
कार्य :
राणी लीला राजकुमार भार्ग्व एक स्वतंत्रता सेनानी रही है | उन्होंने अपने जीवन मे अनेकाविघ समाजकार्य कीए है | इसिलिए तो लोग उन्हे गरिबों और दलितों के समाज सुधारक भी कहते और उन्हे राणी लीला राजकुमार से ही संबोधीत करते थे |
लीला राजकुमार भार्ग्व एक भारतीय राजनीतिश, स्वतंत्रता सेनानी, समाजिक कार्यकर्ती , शिक्षाविद, शैक्षणिक सिदूधातकार वैज्ञानिक और कार्यकर्ती थी | उन्होंने प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी सहित वरिष्ठा काँग्रेस नेताओं के साथ काम कियाहै | और जीवनभर सामाजिक कल्याण मे सक्रिय रही |
उपलब्धि :
पुरस्कार :
सन 1971 मे उन्हें भारत सरकारव्दारा चौथे सर्वाच्चा भारतीय नागरिक पघश्री से सम्मानित किया गया था |
• लीला राजकुमार भार्गव का निधन 25 मई 2014 को कर्नाटक के बेंगलुरु शहर मे हुआ था | जब उनका निधन हुआ तब वह 92 वर्ष की आयु की थी