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नाम : आभा सक्सेना
जनम दि :
ठिकाण : भारत
पती : शेखर सक्सेना
व्यावसाय : वरिष्ठा नैतिक सलाहकार
प्रारंभिक जिवन :
आभा सक्सेना सिजरलैंड के जेनेवा मे विश्वा स्वास्था संगठन की ग्लोबन हेल्था एथिक्सा यूनिअ की समन्वयक है | उस भूमिका मे, वह रिसर्च एथिक्सा रिव्यू कमेटी की अध्याक्षता करती है | और डब्ल्यूएचओ के नैतिकता और समाजिक निर्धारकों ईएसडी का नेतृत्वा करती है | उन्होंने डब्ल्यूएचओ आधारित मनोचिकित्साक शेखर सक्सेना से शादी की है |
उनके अधिकांश कार्यो मे निम्मा और मध्याम आय वाले देशों के वेक्टर जनित बीमारीयों उम्र उढणे और अन्या वर्तमान चिकित्सा और सार्वजनिक स्वास्था मुद्रदो के समाधानन मे संसाधन आवंटन की नैतिकता के बारे मे सलाह देना शामिल है | उन्होंने एमडी, एनेस्थिसियोलॉजी अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान दिल्ली भारत ALLMS मे किया है | और उनका चिकित्सा निवास अखिल भारतीय आयुविज्ञान संस्थांना दिल्ली भारत ALLMS जो विश्वास्वास्था संगठन के भी है और साथ मे स्विजरलैाड के जिनेबा मे रहते है | उनकी दो वयस्का बेटियाँ है |
कार्य :
सक्सेना को वैश्विक स्वास्था और अनुसंधान नैतिकता मे अठराह से अधिक वर्षा का अनुभव है , जो 2001 मे डब्ल्यूएचओ मे शामिल हो गया उन्होने 2013 से 2018 तक ग्लोबर हेल्था एथीक्सा टिम का समन्वाय किया और अनुसंधान नैतिकता कार्यक्रम और विश्वा स्वास्था संगठन की अनुसंधान नैतिकता समिति का प्रबंधन किया |
डब्ल्यूएचओ 2002 से 2018 तक ग्लोबल हेल्था एथीक्सा टीम के समन्वयक के रुप मे मैने कई प्रमाणिक दस्तावेजो और दिशा निर्देशों के विकास का नेतृत्वा किया डब्ल्यूएचओ के कर्मचारियों के सदस्यों के लिए एक सार्वजनिक स्वास्था नैतिकता की सलाहकार समूह की स्थापना की, जो की अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के साथ निलकर जैव भौतिकी के क्षेत्र में भी काम कर रहे है | और डब्लूएसओ की अनुसंधान नैतिकता समीक्षा समिति को नेतृत्वा प्रदान किया |
सक्सेना भारत मे एक एनेस्थेसियोलॉजिस्टा के रुप मे शिक्षित और प्रतिक्षित थे | बीस वर्षा तक उसने भारत मे अस्पाताल और समुदाय आधारित अनुसंधान मे सक्रीय रुप से चिकित्सा का आभ्यास किया | वह एक संकाय सदस्या और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान नई दिल्ली भारत ALLMS मे प्रोफेसर थी, जिसकी स्थापना 1956 मे हुई थी |
2001 मे चह जिनेवा, स्विजरलैंड मे विश्वा स्वास्था संगठन मे शामिल हुई, जहाँ उनके पति शेखर सक्सेना माणसिक स्वास्था और मादक द्रव्यों के सेवन विभाग MSD के निदेशक के रुप मे कार्यरत है | सक्सेना 2002 से डब्ल्यूएचओ रिसर्च एथिक्सा रिब्यू कमेटी का प्रबंधन कर रहा है | डब्ल्यूएचओ मे, वह न केवल डब्ल्यूएचओ स्टाफ के लिए, बल्कि कई केस स्टाडीज का उपयोग करते हुए जो केसबुक मे अंतर्राष्ट्रीय स्वास्था अनुसंधान मे नैतिक मुददों पर शामिल थे कम से कम पाँच भाषाओं मे अनुवाद किया गया है | वह WHO की ग्लोबल हेल्था एथिक्सा युनिट की निदेशक और समन्वायक है उन्होंने जिस कैंसर केंद्र मे काम कर रहे थे वहाँ उपशामक देखभाल सेवाएँ शुरु की और दिल्ली मे अधिवासिक उपशामक देखभाल सुरु करने वाला व्याक्ति था |
पुस्ताके :
1) सार्वजनिक स्वास्था निगरानी में नैतिक मुददे एक व्यावस्थित गुणात्माक समीक्षा
2) सी क्लिगलर, डीएस सिल्वा सी शुर्मन एएरीस, ए सक्सेना डी स्ट्रेच
3) बीएमसी सार्वजनिक स्वास्था 17 1 295
4) स्वास्था मे कार्यान्वयन अनुसंधान की नैतिकता का विकास करना
5) वी गोपीचंदन, बी ए लुथक्सा, एन बिलर एंडोर्नो ए फेयर चाइल्ड, जे सिंह : कार्यान्वायन विज्ञान 1 1 161
6) सार्वजनिक स्वास्िाा आपात स्थितियों के दौरान अध्यायान की नैतिक समीक्षा और इबोला के दौरान डब्ल्यूएचओ नैतिकता समिक्षा समिती के अनुभव वायरस रोग महामारी
7) ई अलीरोल एसी कुसेल एमएम गुरैइब बी डे ला फुएंते नुनेज ए सक्सेना : बीएम सी मेडिकल एथिक्सा 18 1 43
8) रोगी सुरक्षा अनुसंधान मे नैतिक मुददे साहित्या की एक व्यावस्थित समीक्षा
9) जर्नल ऑफ पेशेंट सेफटी 11 3