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नाम : सुशीला नैय्यर
जन्म दि: 26 दिसंबर 1914
ठिकाण : कुंज, पाकिस्तान
भाई : प्यारेलाल नैय्यर
व्यावसाय : चिकित्साक, अनुभवी गांधीवादी, राजनीतिज्ञ
मर गई : 2001
प्रारंभिक जीवन :
सुशीला नैय्यर का जन्म 26 दिसंबर 1914 को हुवा था | उनका जन्म पंजाब के गुजरात जिले के एक छोटे से शहर कुंज मे हुवा था | उन्होंने लेडी हार्डिग्सा मेडिकल कॉलेज मे एमडी पंजाब विश्वाविदयालय से पूरा किया था | उसने अपने भाई के माध्याम से गांधीवादी आदर्शो के प्रति एक शुरुआत आकर्षण विकसीत किया था |
और गांधी से लाहौर मे एक छोटे बच्चे के रुप मे मुलाकात कि थी |वह लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज मे दवा का अध्यायन करने के लिए दिल्ली आई थी | जहॉ उन्होने एमबीबीएस और एमडी अर्जित किया था | अपने कॉलेज के दिनों मे वो गांधी के निकट संपर्क मे रही थी | 1948 मे दिल्ली मे गांधी कि हत्या के बाद सुशीला नैय्यर ने संयुक्त राजया अमेरिका चली गई थी |
जहॉ उन्होंने जॉन्सा हॉपकिन्सा स्कुल ऑफ पब्लिक हेल्थ से सार्वजनिक स्वास्था मे दो डिग्री हासील कि थी | सुशीला के भाई प्यारेलाल नैय्यर जे मोहनदास करमचंद गांधी जी के निधी सचिव थे | उन्हेांने खूद गांधी के निजी चिकित्साक के रुप मे काम किया था |
कार्य :
सुशीला नैय्यर एक भारतीय चिकित्साक, अनुभवी गांधीवादी और राजनितिज्ञ थी | उन्होंने अपने देश मे सार्वजनिक स्वास्था चकित्सा शिक्षा और सामाजिक और ग्रामीण पुननिर्माण के लिए कई कार्यक्रमो मे अग्रणी भूमिका निभाई है | 1939 मे वो अपने भाई के साथ जुडने के लिए सेवाग्राम आई थी | और गांधीवाद की करीबी सहयोगी बन गई थी |
सुशीला नयर अपने विवादास्पद बहयाचर्य परीक्षणों मे भाग लेने वाली महिलाओं मे से एक थी | 1950 मे फरीदाबाद मे एक तपेदिक अभयारण्या कि स्थापना कि थी | सुशीला नैय्यर ने दिलली के बाहरी इलाके मे मॉडल टाउनशिप साथी गांधीवादी कमलादेवी चटटोपाध्याय व्दारा सहकारी लाइनों पर स्थापित कि गई थी |
नैय्यर ने गांधी मेमोरियल लेप्रोसी फाउंउेशन का भी नेतृत्वा किया था | और दिल्ली कि विध्दान सभा के लिए चुना गया था | 1952 से 1955 तक उन्होंने नेहरु के मंत्रिमंडल मे स्वास्थ मंत्री के रुप मे कार्य किया था | 1955 से 1956 तक दिल्ली विधानसभा कि अध्याक्षरही थी | 1962 मे केंद्रीय स्वास्थ मंत्री बनी थी |