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नाम : मृणाल कुमार दास गुप्ता
जन्म दि : 1 सितंबर 1923
ठिकाण : बारिसल, जिला, बंगाल
व्यावसाय : खगोलशास्त्री
प्रारंभिक जीवनी :
मृणाल कुमार दास गुप्ता एक भारतीय खागोलशास्त्री थे | उनका जन्म बंगाल के बारीसल जिले मे 1 सितंबर 1923 को हुआ था | उन्होंने सन 1944 और 1945 मे ढाका विश्वाविघ्यालय से भौतिकी मे बीएससी और एमएससी कि उपाधि प्राप्ता कि है | उन्होंने सन 1954 मे मैनचेस्टार विश्वाविघ्यालय से पीएचडी कि है | उनहोंने सेंट ग्रेगरी स्कूल ढाका से स्कूली शिक्षा प्राप्ता कि थी | मृणाल न केवल खगोलशास्त्री थै बल्की उन्होंने भौतिकी विज्ञान, खगोल और रेडिओ खगोल विज्ञान की भी शिक्षा प्रापत कि थी |
कार्य :
मूणाल कलकत्ता विश्वाविघ्यालय के रेडियो भौतिकी और इलेक्ट्रॉनिक्सा विभाग मे एक शोधकर्ता के रुप मे कार्यरीत हुए थे | वहाँ उन्होंने पहले दोहरे रेडियो स्त्रोत साइग्रस ए कि खोज करणे काय कार्य किया था | उसके बाद वे कलकत्ता विश्वाविघ्यालय मे रेडियों भौतिकी और इलेक्ट्रोनिक्सा संस्थान के प्रमूख बने | दास गुप्ता ने रॉबर्ट हैनबरी और रोजर जेनिसन केसर काम किया था |
उन्होंने सन 1950 के दशक कि शुरुवात मे रिडीयो तरंग दैर्घ्य मे पहली तीव्रता वाले इंटरफेरोमीटर के निर्माण का महत्वापूर्ण कार्य किया था | मृणाल ने सबसे पहले एक लंबी बेस लाइन पेास्ट डिटेक्शन कोरिलेटर रेडियो इंटरफेरोमिटर को डिजाइन करना और उसे संरचीत करने का कार्य किया है | मृणाल ने साइग्रस ए और कैसिओपिया ए के स्पष्टा कोणीय संरचना को मापा था | मृणाल ने ब्लेक हेाल का पहला अप्रत्याक्ष प्रमाण दिया था |
उपलब्धी :
पूरस्कार और सम्मान :
1) उॉ. मूणाल को सन 1974 मे भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी नई दिल्ली व्दारा नेशनल एकेडमी ऑफ साइंस का फेलो चुना गया था |
2) मृणाल को भारतीय विज्ञान अकादमी कि रुप मे जाना जाता है |
3) बैंगलोर व्दारा विज्ञान अकादमी का फेलो भी चुना गया था |
4) सन 1990 मे मृणाल को एसके मित्रा मेमोरियल फेयर पुरस्कार आयएनएसए से सम्मानित किया गया था |
पूरस्कार :
1) मृणाल कुमार दास गुप्ता व्दारा लिखीत पूस्तक इकोनॉमी ऑफ इंडिया : ग्लीमपसेसू ऑफ वेरीअस इश्यू
2) नवंबर 2005 को कोलकत्ता मे डॅा. मृणाल का निधन हो गया था |