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अन्यवैज्ञानिकSCIENTIST

मणि लाल भौमिक की जीवनी - Biography of Mani lal Bhaumik in hindi jivani

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नाम : मणि लाल भौमिक

जन्म : 30 मार्च 1931

ठिकाण : तमलुक, पश्चिम बंगाल भारत

व्यावसाय : भौतिक विज्ञानी


प्रारंभिक जीवन :


        मणि लाल भौनिक एक भारतीय मूल के अमेरिकी भौतिक विज्ञानी और एक सर्वश्रेष्ठा लेखक है | मणि लाल भौमिक का जन्म भारत के पश्चिम बंगाल के मे तमलुक गाव मे हुआ था | कोला युनियन हाई स्कूल मे उनकी स्कुली शिक्षा पूर्ण हुई | मणि लाल भैामिक ने महात्मा गांधी के साथ कुछ समय बिताया है | भौमिक ने कलकत्ता विश्वाविदयालय से बी.एस सी और एम एस सी की डिग्री प्राप्ता की है | 


        भारतीय प्रौघोगिकी संस्थान खडगपूर से उन्होने सन 1958 मे कांटम भौतिकी मे पी एच डी प्राप्ता की है | उस समय वे पी एच डी प्राप्ता करनेवाले पहिले छात्र थे | उनकी थीसिस रेजोनेंट इलेक्ट्रॉनिक एनर्जी ट्रांन्सफर पर थी | मणि लाल भौमिक ने अपनी डॉक्टरेट पढाई युनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया लॉस एंजिल्सा युसीएलए से प्राप्ता की है |


कार्य :


        सन 1961 मे मणि लाल भौमिक ने पसादेना मे जेरॉक्सा इलेक्ट्रो ऑप्टिकल सिस्टाम्सा मे कांटम इलेक्ट्रॉनिक्सा डिविजन मे शामिल हुए थे | उसके बाद उन्होंने लेजर वैज्ञानिक के रुप मे अपना करियर शुरु किया | उन्होंने कैलिफोर्निया स्टेट युनिवर्सिटी मे लॉन्गा बीच पर स्पांटम भौतिकी और खगोल विज्ञान पढाया है | 


        सन 1968 मे लेजर टेक्नोलॉजी लेबोरेटरी के निदेशक के रुप मे उन्होंने कार्य किया और साथही एक टीम का नेतृत्वा भी किया है | उस टीम व्दारा उन्होंने एक्जिमर लेजर तकनीक पर शोध मे योगदान भी दिया है | सन 1973 मे ऑप्टिकल सोसायटी ऑफ अमेरिका की कोलोराडों बैठक मे उनके शोध पर एक शोध पत्र डेनवर मे पेश किया गया था |


        भौमिक के एक्जिमर लेजर का सबसे व्यापक अनुप्रयोग फोटोलियोग्राफी मे किया गया है | भौतिक ने चिकित्सा मे मनन के प्रभाव को प्रदर्शित करने वाले सर्वोत्ताम वैज्ञानिक प्रमाणों को स्वीकार करने के लिए यूसीएलए न्यूरोप्सियाट्री इंस्टीटयूट के माध्याम से एक वार्षिक अंतर्राष्ट्रीय पूरस्कार की स्थापना की है | भौतिक लोस एंजिल्सा बॉम्बे सिस्टार सिटी एसोसिएशन के अपने समुदाय के माध्याम से कई सामुदायिक गतिविधयों मे शामिल रहे है |  


        भौतिक ने लाँस एंजिल्सा के थेलियन सहित विभिन्ना धर्मार्थ संगठनों को दान दिया है | भौतिक ने कलाकत्ता मे स्थित भौतिक ए्जयुकेशन फाउंडेशन की भी स्थापना की है | इस फाउंडेशनव्दारा जरुरतमंद लेकिन प्रतिभाशाली छात्रों को पूरी छात्रवृत्ति प्रदान भी जाती है | भौतिक ने सैध्दांतिंक भौतिकी संस्थान स्थापित करने के लिए यूसीएलए को 11 मिलयन डॉलर का उपहार भी दिया है |


उपलब्धि :


1) भौमिक को सन 1959 मे स्लोन फाउंडेशन फेलो प्राप्ता हुई है |

2) भौमिक सन 1976 के अमेरिकन फिजिकल सोसायटी के निर्वाचित साथी रहे है |

3) हाई पावर लेजरों और नई लेजर प्रणालियों के लिए इंस्टीटयूट ऑफ इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्सा इंजीनियर्स के सन 1982 मे निर्वाचित साथी थे |

4) सन 2005 मे भारतीय अमेरीकी विरासत फाउंडेशन व्दारा उन्हे महात्मा गांधी पूरस्कार प्राप्ता हुआ है | सन 2011 मे विज्ञान और इंजीनियरींग मे विशिष्टा सेवा के लिए भारत सरकारव्दारा भौतिक को पघश्री पूरस्कार से सम्मानित किया गया था |

5) 4 मई 2013 को कैलिफोर्निया इंस्टीटयूट ऑफ इंटीग्रल स्टडहीज सैन फ्रॉसिस्को व्दारा उन्हें चौधरी पूरस्कार प्राप्ता हुआ हे |


पूस्ताक ग्रंथ :


1) भौतिक ने उत्पात्ति और चेतना की प्रकृति पर शोध मे भी रुची होने के कारण द कोड नाम गॉड द कॉस्मिक डिटेटिव्हा जैसी पुस्ताके प्रकाशित की है |

2) डिटेटिव्हा डू कॉस्मो ओ यह भी पूस्ताक भौतिकव्दारा प्रकाशित है |