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नाम : अनिध दत्ता
जन्म दि : 08 जनवरी 1969
ठिकाण : कोलकता, भारत
व्यवसाय : बायोकेमिस्टा, कैंसर शोधकर्ता
प्रारंभिक जिवनी :
अनिध दत्ता का जनम भारत के कोलकता मे हुआ था | उन्होंने सेंट प्रेट्रिक हायर सेकेंडरी स्कूल आसनसोल 1966 से 1974 मे भाग लिया था | किश्चियन मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पीटल वेल्लेर से अपनी MBBS की डिग्री प्राप्ता की थी | उन्हें 1982 में बेस्टा आउटगांइंग स्टूडेंट के रुप मे स्त्रातक की उपाधि प्राप्ता की थी | एक साल बाद इंडियन इंस्टीटयूट ऑफ डेंटल मे एक शोध सहायक के रुप मे केमिकल बायोलॉजी, कोलकता के लिए काम किया था | उन्होंने वायरल ऑन्कोंलॉजी पर काम करने के लिए हिंदसाबुरो हानाफुसा के साथ डॉक्टारल अध्यायन के लिए न्यूयॉर्क शहर के रॉकफेलर विश्वाविदयालय मे दाखिला लिया था | 1989 मे दत्ताने पीएचडी की उपाधि प्राप्ता की थी |
वह डीएनए प्रतिकृति की कोशिका चक्र नियमन पर पोस्टा डॉक्टारल शोध करने के लिए कोल्डा स्प्रिंग हार्बर प्रयोगशाला मे ब्रूस स्टिलमैन की प्रयोगशाला मे शामिल हुए थे | 1992 मे उन्होंने ब्रिघम और महिला अस्पताल हॉर्वर्ड मेडिकल स्कूल मे एनाटॉमिक पैथोलॉजी मे एक निवास शुरु किया था | जहाँ वे एक सहायक और फिर पॅथोलॉजी के एसोसिएट प्रोफेसर बनगए | 2003 मे , उन्हें वर्जीनिया विश्वाविदयालय के स्कूल ऑफ मेडिसिन मे बायोकेमिस्ट्री और आवविक जेनेटिक्स् के हैरी एक बायर प्रोफेसर के रुप नियुक्ता किया गया था |
कार्य :
अनिध दत्ता एक भारतीय मूल के अमेरिकी बायोकेमिस्टा और कैसर शोधकर्ता है | जिन्होंने 2011 मे वर्जीनिया विश्वाविदयालय के मेडिसिन विश्वाविदयालय मे बायोकेमिर्स्ट्री और औणविक जेनेटिक्सा विभाग के अध्याक्ष के रुप मे काम किया है | दत्ता का शोध डीएनए पर जोर देने के साथ स्तानधारी कोशिका चक्र पर केंद्रीत है |
दत्ता ने पता लगाया कि सेल साइकल फैक्टर P21 किस तरह से साइक्लिन डिपेंडेंट किनसेस और PCNA के साथ इंटरैक्टा करता है | साइक्लिन बाइंडिंग साइ या आरएक्साएल मोटिफ की पहचान करता है जो कि फॉस्फेराइलेशन के लिए सबस्ट्रेटस की पहचान करने के लिए CDK व्दारा भी उपयोग किए जाते है | उन्होंने यह पता लगाया कि पीसीएनए के साथ P21, CD+1 Set8 और बाद में सीसमल गिरावट व्दारा उनके सर्वव्यापीकरण को कैसे ट्रिगर करती है |
नॉनकोडिंग RNAS के क्षेत्र मे दत्ता ने चोट के बाद कंकाल की मांसपेशी विच्छेदन और उत्थान को बढावा देने मे H19 और MUNC जैसे MIR:206 और लंबे नॉनकोडिंग अएएन ए INCRNAS जैसे MICRORANAS की भूमिका की खोज की थी |
75 से अधिक प्रशिक्षु पोस्टाडॉक्टारल फेलो, पीएचडी और एमडी छात्र और स्त्रातक दत्ता की प्रयोगशला से गुजर चुके है | जिनमे से 30 से अधिक वर्तमान मे अकादमिक या उघोंग मे अनुसंधान कर रहे है | जैव रसायन विज्ञान और आणविक अनुवंशिकी विभाग के अध्याक्ष के रुप मे उन्होंने नौ संकाय सदस्यों को काम पर रखा है | और कैासर के एपिजेटिक्सा और जीनोमिक्सा पर विभाग मे अनुसंधान फोकस क्षेत्र विकसित किया है |
दत्ता नें जर्नल ऑफ बायोलॉजिकल केमिर्स्ट्री के संपादक और कैंसर रिसर्च के वरिष्ठा संपादक के रुप मे कार्य किया है | उन्होंने नेशनल, इंस्टीटयूट ऑफ हेल्था, यूएस आर्म्ड फोर्सेज कँसर रिसर्च प्रोग्राम, कैसर रिसर्च यूके, वेलकम ट्रस्टा यूके, CNRS\INSERM फ्राांस, ऑस्ट्रीयन साइंस फंड, यूरोपियन यूनियन के FP7 प्रोग्राम DBT वेलकम ट्रस्टा इंडिया अलायंस, इंस्ट्रीटयूट के लिए एक समीक्षक के रुप मे कार्य किया है |उन्होंने अमेरिकन सोसायटी फॉर इन्वेंस्टिगेटिव पैथोलॉजी और अमेरिकन सोसायटी फॉर बायोकेमिस्ट्री एंड मॉलिक्यूलर बायोलॉजी की वार्षिक बैठकों के लिए कार्यक्रम समितियों मे सेवा की है |
सम्मान और पुरस्कार :
1) नेशनल मेरिट स्कॉलर, नेशनल साइंस टैलंट स्कॉलर, इंडिया 1975
2) बेस्टा आउटगोइंग स्टूडेंट क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज, बेल्लोंर भारत 1981
3) पोस्टा डॉक्टोरल फैलोशिप 1990
4) जयूनियर फैकल्टी अवार्ड 1993 और रिसर्च स्कॉलर अवार्ड 2001
5) अनुसंधान कैरियर विकास पूरस्कार, अमेरिकी सेना स्तान कैंसन अनुसंधान कार्यक्रम 1994
6) फैलो अमेरिकन एसोसिएश्ंन फॉर द एडवांसमेंट ऑफ साइंस 2007.
7) बेसिक बायेामेडिकल साइंस मे रैनबैक्सी रिसर्च अवार्ड 2009.
8) पेपर के लिए मिलीपुब पूरस्कार 2012 टीम साइंस अवार्ड 2012.
9) प्रतिष्ठित वैज्ञानिक पूरस्कार 2015
10) आउटस्टैंडिंग इन्वेस्टिगेटर अवार्ड, अमेरिकन सोसाइटी फॉर इन्वेस्टिगेटिव पैथोलॉजी 2015.
11) मार्क ब्रदर्स अवार्ड, इंडियाना यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन 2016.