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नाम : आत्माराम भैरव जोशी
जन्म दि : 17 नवंबर 1916
ठिकाण : भारत
व्यावसाय : कृषि वैज्ञानिक
प्रारंभिक जीवनी :
आत्माराम भैरव जोशी जन्म 17 नवंबर 1916 को भारत मे हुआ था | ए बी जोशी ने 1937 मे नागपूर विश्वाविदयालय से स्त्रातक बी एस सी ऑनर्स किया है | 1939 मे भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान नई दिल्ली IARI से स्त्रातकोत्तार डिप्लोमा हासिल की थी | उन्होने 1945 मे एम एस सी और कैम्ब्रिज विश्वाविदयालय से 1950 मे पी एच डी उत्तीर्ण की थी | उनका करियर 1940 मे उनके अल्मा मेटर IARI मे एक शोध सहायक के रुप मे शुरु हुआ था |
कार्य:
आत्माराम भैरव जोशी, जिन्हे ए बी जोशी के नाम से जाना जाता है | एक भारतीय कृषि वैज्ञानिक और अकादमिक थे | जिन्हे गेहू और अन्य फसल प्रजनन के क्षेत्र मे उनके योगदान के लिए जाना जाता है | वे महात्मा फूले कृषि विश्वाविदयालय, राहूरी के उपाध्याक्ष और भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली के अनुसंधान सलाहकार समिति के अध्याक्ष थे| उनका करियर 1940 मे उनके अल्मा मेटर IARI मे एक शोध सहायक के रुप मे शुरु हुआ था |
जहॉ वे प्रेाफेसर बनने के लिए रैंक मे बढ गए | पोस्टा ग्रेजूएट स्टडीज 1955:65 के डीन थे | औ संस्थान के निदेशक 1965:1966 थे | 1966 मे, उन्हें भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद आयसीएआर महानिदेशक के पद पर नियुक्त किया गया था | 1992 तक जब वह आयएआरसी मे इसके निदेशक के रुप मे पदस्था रहे थे | उन्हे महात्मा फुले कृषि विघापीठ राहूरी के उपकुलपति के रुप मे नियुक्ता किया गया था | और 1990 मे अपनी सेवानिवृत्ती तक वहाँ काम किया था |
जोशी भारत सरकार व्दारा शिक्षा के विकास के लिए सामान्या सिध्दांतों और नितियों पर सलाह देने के लिए भारत सरकार व्दारा स्थापित कोठारी आयोग 1964:66 के टास्का फोर्स के सदस्या थे | वह आई सीएआर प्रायोजित गेहूं अनुसंधान परियोजना 1960:66 के सह समन्वायक थे | जब एमपीकेवी विश्वाविदयालय के उप कुलपति के रुप मे उनके कार्यकाल के दौरान, उन्होंने वैज्ञानिक सलाहकार समिति के सदस्या के रुप मे भी कार्य किया है | भारत के प्रधानमंत्री 1972:76 जोशी का 3 जुलाई 2010 को 93 वर्षे की आयू मे महाराष्ट्रा के पूणे मे निधन हो गया |
जोशी 1962 और 1978 मे इंडियन सोसायटी ऑफ जेनेटिक्सा एंड प्लांट ब्रीडींग के दो अध्याक्ष थे | 1973:1976 तक भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान आकदमी के सचिव थे | वे महाराष्ट्रा एसोसिएशन ऑफ कल्टिवेशन ऑफ साइंस के अध्याक्ष और केंद्रीय मधुमक्खी अनुसंधान संस्थान, पूणे के अनुसंधान विकास समिति के अध्याक्ष थे उन्होंने महाराष्ट्रा एजुकेशन सोसायटी पूणे के उपाध्याक्ष के रुप मे भी काम किया है |
पूरस्कार और सम्मान :
1) कई भारतीय विश्वाविदयालयों जैसे जिबी पंत कृषि और प्रौघोगिकी विश्वाविदयालय, पंतनगर भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान नई दिल्ली और वसंतराव नाईक मराठवाडा कृषि विघालया परभणी महाराष्ट्रा ने उन्हें डीएससी मानद कारण से सम्मानित किया गया था |
2) भारत सरकार ने उन्हे पदमश्री के नागरिक सम्मान से सम्मानित किया गया |
3) उसी वर्षे कोरोमंडल इंटरनेशनल से उन्हे नॉर्मन बोरलाँग पुरस्कार मिला
4) 1961 मे भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी ने उन्हें एक साथी के रुप मे चुना गया था |
5) उन्हे बीडी तिलक पूरस्कार व्याख्यान के लिए चुना गया
6) वे राष्ट्रीय कृषि विज्ञान अकादमी, नई दिल्ली के एक चूने हुए साथी थे |
7) भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान ने 2002 मे एबी जोशी मेमोरियन अवार्ड की स्थापना की थी |
8) उनके सम्मान मे और ए.बी.जोशी मेमोरियल अवार्ड व्याख्यान के नाम से एक वार्षिक व्याख्यान का आयोजन किया था |