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रजनी कुमार की जीवनी - Biography of Rajni Kumar in hindi jivani

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नाम : रजनी कुमार

जन्म तिथी : 05 मार्च 1923

ठिकाण : इंग्लैड

पति : यूधिष्ठर कुमार

व्यावसाय : शिक्षाविद


        रजनी कुमार एक ब्रिटीश मूल के भारतीय शिक्षाविदू और स्प्रिंगउेल्स ग्रूप ऑफ स्कूल्स कि संस्था है | रजनी कुमार का जनम 5 मार्च 1923 को इंग्लैड मे हुआ था | सन 1941 मे लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्सा से उन्होंने स्त्रातक कि उपाधि प्राप्ता कि है |

        वह 23 वर्ष कि थी तब उन्होंने अपने सह छात्र यूधिठर कुमार से विवह किया था | उनका पहले नाम एन नानी जॉयस मागरेट था पर अब उन्हे रजनी कुमार के नाम से जाना जाता है |

कार्य :

        सन् 1950 मे रजनी एक स्थानीय विघालय, सलवान गर्ल्स् स्कूल मे शामिल हुई थी | वहाँ पर रजनी एक प्राधानाचार्य के रुप मे सन् 1955 तक कार्यरित रही है | उसी समय वह सन 1953 मे अपने संस्थापक सदस्यों मे से एक के रुप मे भारतीय राष्ट्रीय महिला महासंघ मे शामिल हुई थी |

        रजनी ने सन् 1955 मे स्प्रिंगडेल्सा ग्रूप ऑफ स्कूल कि स्थापना कि है | शुरुवाती दिनों मे स्कूल एक किंडरगार्डन के रुप मे था | कुछ दिनों बाद स्कूल का विकास भारत के चार स्कूलों मे और एक दुबई मे हुआ है | इसके रोल मे 6000 से अधिक छात्रों के होने कि सूचना है |

        रजनी कुमार लेडी इरविन कॉलेज के पूर्व अध्याक्ष थी | उन्हेांने राष्ट्रीय बाल भवन मे उपाध्याक्ष के रुप मे कार्य किया है | वह बच्चों के अधिकारो के लिए विश्वा कांग्रेस मे शामिल होती है | रजनी मॉस्को मे जिनेवा मे विश्वाशांति सम्मेलनों मे सहभागी है |

        वह 1988 मे सेवानिवृत्ती हुई थी | उसके बाद उन्होंने स्प्रिंगडेल्सा एजुकेशन सोसाइटी कि अध्याक्षता कि है | रजनी कुमार दिल्ली स्कुली साक्षरता परियोजना राष्ट्रीय साक्षरता मिशन के तहत एक पहल के साथ भी जुडी रही है |

पुरस्कार और सम्मान :

1) रजनी कुमार को सन् 2005 मे अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर दक्षिण आफ्रिका सरकार व्दारा सम्मानित किया गया है |

2) सन् 2011 मे रजनी कुमार को महिला पूरस्कार और पघश्री पूरस्कार से सम्मानित किया गया था 

3) सन् 2012 मे उन्हें दक्षिण आफ्रिका सरकारव्दारा ऑर्डर ऑफ ओआर ताम्बो सिल्वर पूरस्कार दिया गया है |


पुस्तक :

1) सन् 25 अक्टुबर 2019 मे प्रकाशित : अगेन्स्ट द बिन्ड ए लाईफस जर्नी|